दौसा में शहीद स्मारक पर कांग्रेस का धरना प्रदर्शन

 


दौसा, 22 दिसंबर (हि.स.)। केन्द्र सरकार द्वारा मनरेगा को कमजोर करने, महात्मा गांधी का नाम हटाने तथा गरीबों से रोजगार का कानूनी अधिकार छीनने के विरोध में सोमवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष रामजीलाल ओढ़ के नेतृत्व में शहीद स्मारक विरोध प्रदर्शन किया। सम्बोधित करते हुए सांसद मुरारीलाल मीणा ने आरोप लगाते हुए कहा कि मनरेगा केवल रोजगार योजना नहीं, बल्कि गरीबों के सम्मान और अधिकार की गारंटी है। इसे कमजोर करने की किसी भी कोशिश का कांग्रेस पार्टी पुरजोर विरोध करेगी। जिलाध्यक्ष रामजीलाल ओढ़ ने कहा कि मनरेगा देश के करोड़ों गरीब, मजदूर और ग्रामीण परिवारों के लिए जीवनरेखा है। केंद्र सरकार लगातार इस योजना को कमजोर करने का प्रयास कर रही है, जिसे कांग्रेस कभी भी बर्दाश्त नहीं करेगी। विधायक दीनदयाल बैरवा ने कहा कि भाजपा सरकार की नीतियां गरीब विरोधी हैं। नए कानूनों के माध्यम से आमजन की आजीविका पर संकट खड़ा किया जा रहा है, जिसके खिलाफ कांग्रेस सड़कों पर उतरकर संघर्ष करेगी।

बांदीकुई के पूर्व विधायक जीआर खटाना ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा मनरेगा को कमजोर करना गरीबों की रोजी–रोटी पर सीधा हमला है। इससे स्पष्ट है कि भाजपा सरकार जनविरोधी पार्टी है। इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार अरावली पर्वत श्रृंखला में अंधाधुंध खनन और पर्यावरण विनाश को बढ़ावा दिया जा रहा है, वह आने वाली पीढ़ियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। इसके विरोध में कांग्रेस पार्टी आंदोलन खड़ा करेगी। पर्यावरण प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष एडवोकेट हिम्मतसिंह ने कहा कि एक ओर सरकार रोजगार छीन रही है और दूसरी ओर अरावली को माफियाओं के हवाले कर रही है। जबकि अरावली राजस्थान की जीवनरेखा है, जिसे बचाने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता संघर्ष करेंगे।

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हिन्दुस्थान समाचार / चरणजीत