पंद्रह जून से अब नगर निगम कमर्शियल एरिया में वसूलेगा यूजर चार्ज

 


जयपुर, 1 जून (हि.स.)। स्वच्छता रैंकिंग में नम्बर वन बनने के लिए राजधानी के दोनों नगर निगम हर संभव प्रयास कर रहे है। इसके अलावा निगम प्रशासन अपनी रेवेन्यू बढ़ाने की दिशा में भी काम कर रहे हैं। नगर निगम अब घर से कचरा उठाने का चार्ज (यूजर चार्ज) वसूलेगा। जून के दूसरे सप्ताह से नगर निगम हेरिटेज क्षेत्र में इसकी शुरुआत की जाएगी। पहले फेज में कॉमर्शियल संस्थाओं से हर महीने 250 रुपये से लेकर 5000 रुपये तक यूजर चार्ज वसूला जाएगा। इसके साथ खुले शौच करने वालों के भी चालान काटे जा रहे है।

हेरिटेज निगम प्रशासन का दावा है कि शहर में अब डोर टू डोर कलेक्शन में लगातार सुधार हो रहा है और ओपन कचरा डिपो कम हो रहे हैं। नगर निगम पिछले कुछ दिनों में ही बड़ी संख्या में ओपन कचरा डिपो बंद कर चुका है। ऐसे अब पब्लिक पार्टिसिपेशन बढ़ना चाहिए। इसके लिए निगम प्रशासन ने यूजर चार्ज शुरू करने की प्लानिंग की है, साथ ही ठोस कचरा प्रबंधन नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी शुरू की है.

हेरिटेज निगम कमिश्नर अभिषेक सुराणा ने बताया कि बड़ी संख्या में चालान करना शुरू किया गया है। हर दिन निगम के वॉच राइडर, एसआई और सीएसआई 200 से 250 चालान कर रहे हैं और 70 से 80 हजार रुपये बतौर चालान वसूल किया जा रहे हैं। इस तरह की गतिविधियों से बचें अन्यथा उन्हें चालान की कार्रवाई से गुजरना होगा।

सुराणा ने बताया कि अब कमर्शियल एरिया में यूजर चार्ज शुरू किए जाएंगे। क्षेत्र में जितने भी कमर्शियल एरिया और बड़ी संस्थान है वहां से निगम कचरा लेता है। प्रयास रहेगा कि यूजर चार्ज को लेकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करते हुए निगम की वित्तीय स्थिति भी सुधरेगी और एक रिस्पांसिबिलिटी बनेगी, क्योंकि जब व्यक्ति यूजर चार्ज के जरिए इंवॉल्व होगा, तो उससे निगम की जिम्मेदारियां बढ़ेगी और फिर निगम भी उस तरीके की सर्विस यूजर को दे पाएगा। इसके लिए शुरुआत में पुराने सिस्टम के आधार पर रसीद के जरिए यूजर चार्ज लिया जाएगा। इसके बाद फीडबैक के आधार पर डिजिटल सिस्टम जनरेट किया जाएगा.

उन्होंने स्पष्ट किया कि ये यूजर चार्ज 50 से 5000 रुपये प्रति महीने तक है, जिसमें कैटेगरी के आधार पर यूजर चार्ज वसूलने का प्रावधान है। शुरुआत में आम जनता पर किसी तरह का अतिरिक्त भार ना आए और इसे धरातल पर उतारा जा सके। जून के मध्य में इस व्यवस्था को शुरू कर दिया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि डीएलबी की ओर से तय दरों के अनुसार 50 वर्ग मीटर तक के मकान के लिए 20 रुपये, 50 से 300 वर्ग मीटर तक के मकान के लिए 25 रुपये और 300 वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्रफल के मकान के लिए 150 रुपये प्रति माह यूजर चार्ज वसूलने का प्रावधान है। जबकि वाणिज्यिक संस्थानों में प्रत्येक संस्था से 250 से 5000 रुपये प्रति माह यूजर चार्ज वसूलने के प्रावधान है।

सुराणा ने बताया कि शहर में ओपन कचरा डिपो पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। बड़ी संख्या में इन कचरा डिपो को खत्म किया गया है। कुछ जगह दिन में एक बार कचरा उठाने के बाद डिपो जनरेट नहीं होता। कोशिश यही है कि इस तरह के डिपो भी ना बने। इसके लिए रात को भी कमर्शियल एरिया में डोर टू डोर कलेक्शन चालू किया है। कचरा उठाने के लिए करीब 45 हूपर शाम को 4 से रात 11 तक संचालित किए जा रहे है। इसके अलावा सुबह होने वाले डोर टू डोर कचरा संग्रहण में नए सीएनजी हूपर भी इस्तेमाल किए जा रहे हैं, ताकि डिपो बनना ही बंद हो जाए।

यूं कट रहा चालान :

सार्वजनिक स्थानों पर थूकने पर - 200 रुपये

खुले में नहाने - 300 रुपये

खुले में टॉयलेट करने - 200 रुपये

खुले में शौच करने - 500 रुपये

गोबर डालने - 5000 रुपये

कचरा फैलाने - 100 रुपए से 5000 रुपये

प्लास्टिक कैरी बैग का उपयोग करने - 100 रुपये

प्लास्टिक कचरा जलाने पर - 500 रुपये

हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश/संदीप