मैंने जीजी को सम्मान दिया, भाजपा नेता पूर्वाग्रह नहीं पालें : गहलोत
जोधपुर, 25 अक्टूबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास से मुलाकात के बाद बुधवार सुबह एक बार फिर नया बयान जारी कर सियासी चर्चाओं को हवा दे दी है। उन्होंने कहा कि मेरे कामों की तारीफ के कारण सूर्यकांता व्यास को टिकट नहीं मिला। रात को भी उन्होंने मुझे कहा कि मैंने आपके काम की तारीफ की थी। आज भी कर रही हूं। काम की तारीफ करना बुरी बात नहीं है। इसको लेकर पूर्वाग्रह नहीं होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने यह बात आज जोधपुर से रवाना होने से पहले मीडिया से बात करते हुए कही। जब उनसे पूछा गया कि क्या सूर्यकांता व्यास नई इनिंग्स खेलने के लिए तैयार है तो वे मुस्कुराते हुए नमस्कार कर रवाना हो गए।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी तीन दिवसीय जोधपुर यात्रा पूरी कर आज सुबह वापस जयपुर लौट गए। जयपुर जाने से पहले एयरपोर्ट पर उन्होंने बड़ी संख्या में लोगों से मुलाकात की। वहां पर मीडिया से अनौपचारिक वार्ता में उन्होंने कहा कि दोपहर तक आप सभी इंतजार कीजिए महिलाओं को लेकर प्रियंका गांधी की सभा में बड़ी घोषणा होगी। उन्होंने कल रात को सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास के साथ हुई मुलाकात के बारे में भी बताया लेकिन जब उनसे पूछा गया कि क्या जीजी अब कोई नई इनिंग खेलने के लिए तैयार है तो नमस्कार कह कर चले गए। उनसे पूछा गया कि रात को अपने विधायक सूर्यकांता व्यास से मुलाकात की थी, इससे भाजपा में सियासी पारा चढ़ा हुआ है, तो उन्होंने कहा कि उनको सम्मान देना बहुत जरूरी है। उन्होंने बहुत लंबी राजनीतिक पारी खेली है। उनसे मिलना वाजिब था। वो वरिष्ठ नेता है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंगलवार को आधी रात में सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास से उनके घर मिलने पहुंचे थे। इस मुलाकात को लेकर राजनीतिक गलियारे में तरह-तरह की चर्चा शुरू हो गई है। यहां तक कि जीजी के कांग्रेस का दामन थामने की भी चर्चा जोर पकडऩे लगी। हालांकि इससे पहले रावण का चबूतरा मैदान पर दशहरा महोत्सव के समय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास के बीच गर्मजोशी से मुलाकात हुई थी। उसके करीब 7 घंटे बाद गहलोत आधी रात को उनके घर पहुंचे तो जोधपुर का सियासी पारा चढ़ गया। करीब 15 मिनट तक गहलोत सूर्यकांता के घर रहे। इस दौरान जीजी ने शॉल ओढ़ाकर उनका अभिनंदन भी किया। मुलाकात के दौरान 85 साल की जीजी का चेहरा दमक रहा था। इससे कयास लगाए जाने लगे कि वह कहीं कांग्रेस का दामन तो नहीं थामेंगी? ऐसा होता है तो मारवाड़ की राजनीति में यह सबसे बड़ा उलटफेर होगा। हालांकि, मुलाकात के बाद में सूर्यकांता ने कहा कि यह सिर्फ शिष्टाचार वाली मुलाकात थी। मेरी तबीयत पूछने आए थे।
हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/संदीप