सिक्किम के राज्यपाल ओम प्रकाश माथुर का भव्य नागरिक अभिनंदन

 




जयपुर, 3 सितंबर(हि.स.)। सिक्किम के राज्यपाल ओम प्रकाश माथुर का राज्यपाल बनने के बाद पहली बार राजस्थान आगमन पर जयपुर के बिरला सभागार मे नागरिक अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र संघ संचालक डॉ. रमेश चंद्र अग्रवाल, उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी और डॉ. प्रेमचंद बैरवा सहित भाजपा, राजनीतिक क्षेत्र एवं विभिन्न समाजों के वरिष्ठ नेता, राजनीतिक कार्यकर्ता और शहर के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। प्रदेश के विभिन्न समाज तथा सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों ने राज्यपाल ओमप्रकाश माथुर का नागरिक अभिनंदन किया।

इस अवसर पर राज्यपाल ओम प्रकाश माथुर ने कहा कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने मुझे सिक्किम के राज्यपाल के रूप में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है। इसके लिए मैं उनका आभार प्रकट करता हूं। मैं जनता का सेवक हूं, सदा उनके मध्य में रहा हूं, मैंने वहां की जनता से कहा है कि राज्यपाल निवास के दरवाजे आप लोगों के लिए हमेशा खुले हैं।

राज्यपाल ओमप्रकाश माथुर ने कहा कि आज इस नागरिक अभिनंदन कार्यक्रम में पुरानी स्मृति ताजा हुई। मेरी पूरी जन्मपत्री यहां खोली गई, जीवन के विभिन्न घटनाओं का स्मरण हुआ। यह कार्यक्रम अपनों का अपार स्नेह का कार्यक्रम हैं।

माथुर ने कहा कि संघ ने मेरा पूरा साथ दिया। किसान संघ को गैरेज में रहकर खड़ा किया। उसके बाद 1984 में एक बड़ा आंदोलन किया। 128 ट्रक्टरों की रैली निकाली। उस आंदोलन से कानून बदला गया। उस आंदोलन के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मेरी मित्रता बढ़ी।

उसके बाद सोहन सिंह और लक्ष्मण सिंह ने भारती भवन बुलाकर भैरोसिंह से मिलने को कहा। 1990 में मुझे कहा कि आप भाजपा में काम करते रहे। तीन टिकट हमारे कहने से दिए। उसके बाद तेरह सीट जीत कर आईं। उस दौरान ही भाजपा में संगठन मंत्री के रूप में नियुक्त हुई। 12 साल तक भाजपा में संगठन मंत्री के रूप में काम किया।

माथुर ने कहा कि 1992 में ढांचा टूटा, 5 सरकारें गिराई गई। 1993 में चुनाव हुए। गंगानगर से भैरोसिंह चुनाव हारे लेकिन बाली से चुनाव जीते। कुशल संगठक के साथ काम किया। उस समय 80 सीटों पर तो भाजपा के पास प्रत्याशी ही नहीं थे। मोटरसाइकिल से राजस्थान का तीन बार दौरा किया। वो युग अलग था। प्रदेश में भाजपा को स्थापित किया।

माथुर ने कहा कि सिक्किम का राज्यपाल बनने के बाद वहां लगातार दौरे किए, सभी के साथ बैठकें की। सैनिक के साथ सीमा की रक्षा सीमा पर रहने वाला नागरिक भी करता हैं। वाईवेंड गांवों का विकास किया जा रहा हैं। सिक्किम की कनेक्टिविटी कम है। सिक्किम की सड़कों का काम भी एनएचएआई को दिलाया। काम हमको करने पड़ते हैं, लेकिन काम करने वाला होना चाहिए, काम करने को बहुत है।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सिक्किम के राज्यपाल ओमप्रकाश माथुर ने अपनी कार्यशैली से भाजपा कार्यकर्ताओं में अपनी अमिट छाप छोड़ी है। उन्होंने भाजपा के एक एक कार्यकर्ता को आगे बढ़ाने और काम देकर राजनीति में मजबूत करने का काम किया है। मैरा सौभाग्य है कि मुझे ओम जी भाई साहब के साथ काम करने का अवसर मिला, जहां जहां भी वे प्रभारी रहे मुझे आमंत्रित किया। भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ आपका स्नेह किसी से छुपा नहीं है। संस्कृति और विचार को लेकर आपने जीवन भर जो काम किया है एक कार्यकर्ता के रूप में काम करते हुए आपने उंचाईयों को छुआ है। वे हम सभी के आदर्श हैं।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि लगभग 50 वर्षों से हमारा साथ है। ओम माथुर ने छोटे से गांव में जन्म लिया और निरंतर परिश्रम करते हुए दृढ़ता के साथ एक अनुशासित सिपाही की तरह काम किया। आपातकाल के समय जेल भरने के लिए बाली से पाली आए और जोरदार आंदोलन किए। जिसके चलते उन्हें जेल में डाला गया और कई यातनाएं दी गई। वे निडर, साहसी और परिश्रमी व्यक्तित्व हैं। उन्हें पार्टी ने जो भी जिम्मेदारी थी, उसमें उन्होंने आदर्श स्थापित किया है। उनका यह कार्य कार्यकर्ताओं के लिए सदैव प्रेरणा वाला रहेगा।

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ओमप्रकाश माथुर प्रदेश के कार्यकर्ताओं से जुड़े हुए नेता हैं। ऊपर से गरम, अंदर से नरम, छत्तीसगढ़ में कमल खिलाकर असंभव को संभव किया। ओम जी भाई साहब की योग्यता का ही परिणाम है जो इतनी बड़ी जिम्मेदारी मिली। यह पूरे राजस्थान के लिए गौरव की बात है।

नागरिक अभिनंदन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद रामचरण बोहरा ने कहा कि ओम जी भाई साहब कुशल नेतृत्वकर्ता एवं सांगठनिक क्षमता से परिपूर्ण व्यक्तित्व है। इनकी निर्भिक अभिव्यक्ति क्षमता के सभी प्रशंसक है, धीर, गंभीर और स्नेहपूर्ण व्यवहार कार्यकर्ताओं में उर्जा का संचार करता है।

भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा जो संबंध रहा है उसे कुछ शब्दों में नहीं समेटा जा सकता। ओम जी के साथ 12 साल तक लगातार काम करने का अवसर मिला। हमने मिलकर जो काम किया उसकी स्मृतियां अद्भुद है। एक संघर्षरत कार्यकर्ता और योद्धा का सबसे उंचा सम्मान यही है कि उसे गवर्नर के पद पर प्रतिष्ठित किया जाए। कार्यकर्ता ओम जी माथुर के व्यक्तित्व से प्रेरणा ले।

पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी ने कहा कि ओम जी भाई साहब ऐसे शिल्पी है जिन्होंने एक एक कार्यकर्ता को गढ़ने का काम किया है।

हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर