नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क : वन्यजीवों की डाइट में बदलाव, सर्दी से बचाव के लिए विशेष प्रबंध

 




जयपुर, 13 नवंबर (हि.स.)। नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में सर्दियों को देखते हुए विभिन्न प्रजातियों के वन्यजीवों के खान-पान में बदलाव किया गया है। भालू को उबले अंडे के साथ गर्म दूध, गुड़ और पिंड खजूर दिया जा रहा है। शाकाहारी वन्यजीवों के लिए भी दाल की मात्रा बढ़ाई गई है। टाइगर, लॉयन व पैंथर की डाइट में दो बॉयल एग शामिल करने के साथ-साथ चिकन की मात्रा में बढ़ोतरी की गई है। भालू को उबले अंडे के साथ गर्म दूध, गुड़ और पिंड खजूर दिया जा रहा है। साथ ही शहद की मात्रा भी बढ़ा दी गई है। शाकाहारी वन्यजीवों के लिए भी दाल की मात्रा बढ़ाई गई है।

नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के क्षेत्रीय वन अधिकारी नितिन शर्मा ने बताया कि पार्क में विभिन्न प्रजातियों के वन्यजीवों के खान-पान में बदलाव किया गया है। भालू की डाइट में शहद की मात्रा सौ ग्राम बढ़ा दी गई है और पिंड खजूर दिया जा रहा है। शक्कर की जगह गुड़ दिया जा रहा है। रोटी के साथ गर्म दूध और दो अंडे बॉयल करके दिए जा रहे है। लॉयन, पैंथर और टाइगर को दो-दो बॉयल अंडे दिए जा रहे हैं। शाकाहारी वन्यजीवों के लिए 100 ग्राम दाल बढ़ाई गई है। इसके अलावा गाजर भी खिलाई जा रही है।

वन्यजीवों को ठंड से बचाने के लिए वन विभाग ने खास इंतजाम किए हैं। तेज सर्दी की आशंका को देखते हुए वन्यजीवों के एनक्लोजर्स के बाहर पर्दे लगाए गए है और अंदर हीटर लगाए गए हैं। साथ ही वन्यजीवों के पिंजरों में पराल-भूसा बिछाया जा रहा है और बोरियां भी लगाई जा रही है ताकि तेज सर्दी से बचाव हो सके। रेप्टाइल प्रजातियों के जानवरों जैसे मगरमच्छ, कछुआ और घड़ियाल के भोजन में कमी कर दी गई है, क्योंकि सर्दियों में इन वन्यजीवों का मेटाबॉलिज्म पचाने की क्षमता कम हो जाती है। दिन में सभी वन्यजीवों को बारी-बारी से बाहर छोड़ा जाएगा, ताकि उन्हें धूप की तपन मिल सके।

क्षेत्रीय वन अधिकारी नितिन शर्मा ने बताया कि जानवरों के लिए सर्दी में डाइट बदल दी जाती है। हिरण प्रजाति के वन्यजीवों को गाजर खिलाई जाएगी। साथ ही, चने की मात्रा बढ़ा दी गई है। सभी व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग भी की जा रही है। सर्दी में वन्यजीवों की देखभाल के लिए कर्मचारियों को अलर्ट कर दिया गया है।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप