चम्बल-सवाई माधोपुर-नादौती पेयजल योजना पर काम शुरू नहीं किया तो कंपनी पर कार्रवाई

 


जयपुर, 24 जनवरी (हि.स.)। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री कन्हैयालाल ने बुधवार को विधानसभा में कहा कि चम्बल-सवाई माधोपुर-नादौती पेयजल परियोजना का कार्य कर रही कंपनी ने 15 दिवस में कार्य शुरू नहीं किया तो परियोजना के शीघ्र क्रियान्वयन के लिए दुबारा टेंडर किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस कंपनी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी तथा भविष्य में किसी भी टेंडर में भाग लेने से कंपनी को वंचित कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना पर अब तक बहुत ही धीमी गति से कार्य हुआ है। जिसका नुकसान आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।

जलदाय मंत्री प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि चम्बल-सवाईमाधोपुर-नादौती पेयजल परियोजना के तहत गंगापुर सिटी एवं करौली कस्बों में 60 मिलियन लीटर प्रतिदिन जल उत्पादन बढ़ाने के लिये 15 करोड़ रुपये की प्रशासनिक एवं वित्त स्वीकृति जारी कर दी गई है। आगामी 3-4 दिनों में इस पर कार्यादेश दे दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि चम्बल-सवाईमाधोपुर-नादौती पेयजल परियोजना के तहत ही इन्टेकवैल में स्थापित 2 पुराने सबमर्सिबल पम्पसैट को बदलने के लिए 98 लाख रुपये की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति 24 अप्रैल 2023 को जारी की गयी थी। उन्होंने आश्वस्त किया फरवरी माह में इन दोनों पंपों को शुरू कर दिया जाएगा।

इससे पहले विधायक रामकेश के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री ने बताया कि जिला सवाई माधोपुर एवं करौली की पेयजल समस्या के दीर्घकालीन समाधान के लिए सतही जल स्रोत चम्बल नदी आधारित चम्बल-सवाईमाधोपुर-नादौती पेयजल परियोजना के प्रथम चरण की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति नीति निर्धारण समिति की 157वीं बैठक 22 सितम्बर 2004 के द्वारा 478.91 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई थी।

हिन्दुस्थान समाचार/संदीप/ईश्वर