धौलपुर में चल पडी मासूम हृदयांश को बचाने की मुहिम
धौलपुर , 29 फ़रवरी (हि.स.)। सोशल मीडिया से लेकर सडक तक। हर आम से लेकर हर खास तक। पुलिस के सिपाही से लेकर डीजीपी तक। और मासूम हृदयांश के घर परिवार से लेकर हर घर तक। इन दिनों धौलपुर से लेकर सूबे की राजधानी तक मासूम हृदयांश को बचाने की मुहिम चल पड़ी है। धौलपुर के मनियां पुलिस थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर नरेश शर्मा का 22 महीने का पुत्र हृदयांश जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है। हृदयांश के कमर से नीचे का हिस्सा बिल्कुल काम नहीं कर रहा है। क्योंकि हृदयांश घातक बीमारी स्पाईनल मस्क्यूलर एट्रोफी नामक घातक बीमारी से ग्रसित है। हृदयांश जिन्दगी बचाने के लिए सत्रड करोड रुपये की भारी भरकम रकम की दरकार है। जिससे उसे एक इंजेक्शन लगाया जा सके। एक और परेशानी यह है कि अब मासूम हृदयांश के पास महज दो महीने का ही समय बचा है। क्योंकि 24 महीने की उम्र तक ही इस बीमारी का उपचार किया जा सकता है। हृदयांश के पिता नरेश शर्मा बताते हैं कि इस बीमारी का उपचार जोल्जेंस्मा नामक इंजेक्शन से किया जाता है। जिसकी कीमत करीब साढे 17 करोड रुपये बताई जा रही है। भारी भरकम राशि होने की वजह से सब इंस्पेक्टर का परिवार इसे वहन करने में असमर्थ है। इसलिए सोशल मीडिया के माध्यम से सब इंस्पेक्टर नरेश शर्मा और उनकी पत्नी ने देश के लोगों से आर्थिक मदद की गुहार लगाई है। भरतपुर रेंज के महानिरीक्षक राहुल प्रकाश तथा धौलपुर के जिला पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय ने भी पुलिस के अधिकारी और कर्मचारियों को मदद के लिए पत्र लिखा है। धौलपुर के जिला पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया कि अमुक बीमारी के लिए साढ़े 17 करोड़ रुपए के एक इंजेक्शन की दरकार है। जो इंजेक्शन विदेश से मंगाया जाएगा। इंजेक्शन खरीदने की भारी भरकम राशि होने की वजह से सब इंस्पेक्टर नरेश शर्मा और उसका परिवार खर्चा वहन नहीं कर सकता है। इसलिए सोशल मीडिया के माध्यम से भी सब इंस्पेक्टर के परिवार ने मदद की मुहिम चलाई है। पुलिस के अधिकारी और कर्मचारी भी हृदयांश के अकाउंट में राशि डोनेट कर रहे हैं। एसपी ने आमजन से भी अपील करते हुए कहा 22 महीने के बच्चे हृदयांश की जान बचाने के लिए सामर्थ्य के मुताबिक लोग सहयोग करें। पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया धारा 80 जी के तहत इनकम टैक्स एक्ट के माध्यम से आयकर में छूट भी दी जाएगी। प्रदेश पुलिस के मुखिया पुलिस महानिदेशक ने हृदयांश के इलाज के लिए जरूरी 17 करोड़ रुपए जुटाने के लिए समस्त पुलिस परिवार से अपील करते हुए हुए लिखा, कि मैं समस्त पुलिस परिवार से आग्रह करना चाहता है कि सहानुभूति पूर्वक इस बच्चे की जीवन रक्षा के लिए आर्थिक मदद करें, जिससे कि जोल्जेंस्मा इंजेक्शन निर्धारित समयावधि के अन्दर उपलब्ध हो सके.
इस अपीलीय पत्र के साथ जयपुर पुलिस महानिदेशक ने मदद करने के लिए बैंक अकाउंट, यूपीआई एड्रेस भी साझा किया है, जिसकी मदद से इच्छुक लोग स्वेच्छा से आर्थिक मदद कर सकते हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/ प्रदीप/संदीप