पाकिस्तान से आए भाई-बहन को 20 साल बाद मिली भारत की नागरिकता
अजमेर, 26 जुलाई (हि.स.)। पाकिस्तान से भारत लौटे तीन भाई-बहन को 20 साल बाद शुक्रवार को भारत की नागरिकता दी गई। अजमेर कलेक्ट्रेट में एडीएम सिटी गजेंद्र सिंह राठौड़ ने भारत की नागरिकता का प्रमाण-पत्र तीनों को सौंपा। भारत की नागरिकता मिलने के बाद परिवार में खुशी का माहौल है।
एडीएम सिटी गजेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि रमादेवी नाम की महिला जयपुर में रहती थी। उन्होंने पाकिस्तान में शादी की थी। पहले रमादेवी के पति हंसराज और उनके बड़े बेटे को भारत की नागरिकता दी जा चुकी है। शुक्रवार को उनके तीन अन्य बच्चों दिनेश राज, नीलकमल और महेश को भारत की नागरिकता दी गई हैं। तीनों भाई-बहन को प्रमाण-पत्र दिया जा चुका है। एडीएम सिटी ने बताया कि तीनों 15 सालों से अजमेर में रह रहे थे। मूल रूप से तीनों पाकिस्तान के नागरिक है। उन्होंने कहा कि पुराने कानून के तहत नागरिकता दी गई है। भारत की नागरिकता मिलने के बाद नीलकमल ने कहा कि उसे नागरिकता मिलने के बाद काफी खुशी हो रही है। बहुत छोटी थी, तब पाकिस्तान से भारत आई थी। मेरी पढ़ाई-लिखाई भी यहीं पर पूरी हुई है। अब मुझे खुशी है कि मैं वोट दे पाऊंगी और भारत की योजनाओं का लाभ उठा पाऊंगी। तीनों बच्चों की मां रमादेवी ने कहा कि बच्चों को नागरिकता मिलने के बाद काफी खुशी हो रही है। नागरिकता लेने के लिए 20 साल का इंतजार करना पड़ा। इसके बाद केंद्र सरकार ने इस शुभ मुहूर्त पर नागरिकता देकर तोहफा दिया है।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित / ईश्वर