बोरवेल में गिरी महिला का 136 घंटे बाद शव निकाला
सवाईमाधोपुर, 12 फ़रवरी (हि.स.)। गंगापुरसिटी के बामनवास क्षेत्र के रामनगर ढोसी गांव में गत मंगलवार को बोरवेल में गिरी विवाहिता 25 वर्षीय मोनिका पत्नी सुरेश बैरवा शव 114 घण्टे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सोमवार दोपहर निकाल लिया गया। शव एम्बुलेंस से बामनवास सीएचसी ले जाया गया। पूरे ऑपरेशन के दौरान एनडीआरएफ और एसडीआरएफ दलों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। ऑपरेशन के दौरान 40 घण्टे तो नए बोरवेल से पुराने बोरवेल के बीच पांच फीट की सुरंग बनाने में लग गए। गंभीर बात तो यह सामने आई कि जहां पहले दोनों बोर सूखे थे, वहां सुरंग के बीच में आई पथरीली चट्टान हटाने के दौरान पानी आ गया। इससे दलों को मशक्कत करनी पड़ी। साथ ही बदबू और कमर तक भरे पानी के बीच महिला को बाहर निकाला गया।
एसडीआरएफ के भरतपुर प्रभारी नरपतसिंह चौधरी ने बताया कि उनकी 38 साल की नौकरी में इस प्रकार का कठिन ऑपरेशन कभी नहीं हुआ। मंगलवार रात को शौच के लिए निकली महिला खेत में बने सूखे बोरवेल में गिर गई। इसका पता बुधवार सुबह लगा और शाम छह बजे से रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया। बोरेवल में फंसी महिला को निकालने के लिए बुधवार शाम को पहले इम्प्रोवाइज्ड तकनीक अपनाकर रिंग सिस्टम से बाहर निकालने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिलने पर गुरुवार दोपहर में जेसीबी और एलएनटी के माध्यम से रपट बनाकर खुदाई शुरू कराई गई। इसमें भी मिट्टी धंसने की समस्या आने पर रेस्क्यू रोक दिया गया। शुक्रवार को जयपुर-अजमेर से पाइलिंग मशीन मंगाई गई। इसे पहुंचने में ही काफी समय लग गया। ऐसे में शुक्रवार शाम को पुराने बोरवेल से पांच फीट की दूरी पर नया बोरवेल खोदा गया। इसका कार्य 24 घण्टे में पूरा हो गया। ऐसे में शनिवार शाम को जवान नए बोरवेल में उतरे, लेकिन कभी बैठने तथा कभी सुरंग बनाने में तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ा। रविवार को महिला दिखी तो बीच में पथरीली चट्टान आ गई। इससे पानी का रिसाव शुरू हो गया। जिसे रात भर ग्रामीणों के सहयोग से बाल्टी या मोटर के माध्यम से बाहर निकालते गए।
हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ईश्वर