विधायक निधि भ्रष्टाचार मामला: भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कमीशनखोरी बर्दाश्त नहीं
सीकर, 25 दिसंबर (हि.स.)। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने विधायक निधि से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बीएपी विधायक जयकृष्ण पटेल पर रिश्वत लेने के आरोप सामने आते ही तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि मीडिया स्टिंग में कमीशन स्वीकार करने की बात सामने आना गंभीर और निंदनीय है।
मदन राठौड़ गुरुवार को सीकर में आयोजित सांसद खेल महोत्सव के समापन समारोह में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि राजनीति में आदर्श आचरण अनिवार्य है। जनता जब जनप्रतिनिधि को चुनती है तो उससे स्वच्छ, पारदर्शी और जवाबदेह शासन की अपेक्षा करती है। उन्होंने बताया कि भाजपा ने भी अपने विधायकों खींवसर से रेवंतराम डांगा, हिंडौन से कांग्रेस विधायक अनीता जाटव और बयाना से निर्दलीय विधायक ऋतु बनावत से स्पष्टीकरण मांगा है। ये जवाब पार्टी की अनुशासन समिति को सौंप दिए गए हैं और समिति जो भी निर्णय लेगी, पार्टी उसका पालन करेगी।
राठौड़ ने आरोप लगाया कि बागीदौरा से विधायक जयकृष्ण पटेल ने खनन से जुड़े प्रश्न जानबूझकर लगाए और बाद में उन्हें हटाने के बदले करोड़ों रुपये की मांग की गई। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में लेन-देन की बात सामने आना बेहद गंभीर है और उस समय ही सख्त कार्रवाई होनी चाहिए थी।
अरावली को लेकर उठ रहे सवालों पर राठौड़ ने स्पष्ट किया कि भाजपा सरकार ने कभी भी अरावली को नुकसान पहुंचाने वाला कोई निर्णय नहीं लिया। उन्होंने कहा कि अरावली देश की जीवन रेखा है और वहां खनन की अनुमति देने का सवाल ही नहीं उठता। सरकार ने साफ कर दिया है कि अरावली क्षेत्र में एक इंच भी खनन की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि 100 मीटर प्रतिबंध से जुड़ा आदेश वर्ष 2002 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कार्यकाल में भेजा गया था।
मुख्यमंत्री के सीकर कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज बाटड़ को कथित तौर पर तवज्जो नहीं मिलने के सवाल पर राठौड़ ने कहा कि राजनीति में विनम्रता आवश्यक है। पद या प्रोटोकॉल से ज्यादा सेवा का भाव महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने कहा कि कई बार किसी को मंच या औपचारिक सम्मान न भी मिले, तो उसे मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए। इस अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती को याद करते हुए मदन राठौड़ ने कहा कि अटल जी ने राजनीति में वैचारिक विरोध के साथ शालीनता और सद्भाव का संदेश दिया। देश के विकास, परमाणु परीक्षण, सड़क नेटवर्क और ग्रामीण सुविधाओं के विस्तार में उनका योगदान अविस्मरणीय है।
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हिन्दुस्थान समाचार / अखिल