हमारे बर्खास्त मंत्री से मिलकर भाजपा ने गृह मंत्रालय में रचा लाल डायरी का षड्यंत्र : गहलोत

 


जयपुर, 15 नवंबर (हि.स.)। लाल डायरी के चार पन्ने सामने आने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर केंद्र सरकार को निशाने पर लिया है। गहलोत ने कहा कि जहां तक मैं समझता हूं बाकी तो पता नहीं लाल डायरी और काली डायरी कौन-सी है, लेकिन मुझे ऐसा अहसास है कि यह तमाम षड्यंत्र केंद्रीय गृह मंत्रालय के अंदर हुआ। वहां पर लाल नाम रखा गया डायरी का।

गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री चार दिन बाद सीकर में आने वाले थे। इसके पहले हमारे मंत्री से बात करके यह सब षड्यंत्र बीजेपी के नेताओं ने किया। हमारे मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा के साथ मिलकर बीजेपी नेताओं ने यह षड्यंत्र किया। मणिपुर में आग लगी हुई थी, दुनिया चिंतित थी, एक राज्य जल रहा था। राज्य छोटा-बड़ा हो सकता है। पीएम मोदी और अमित शाह ने इसकी गंभीरता नहीं समझी, उल्टे प्रधानमंत्री राजस्थान के मुख्यमंत्री को शांति बनाए रखने की सलाह दे रहे थे, यह क्या है? गहलोत बुधवार को जयपुर में कांग्रेस वॉर रूम में मीडिया से बातचीत कर रहे थे।

गहलोत ने पीएम नरेंद्र मोदी से सात सवाल पूछते हुए आज के राजस्थान दौरे के दौरान उनका जवाब देने को कहा है। गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री बताएं राजस्थान की तरह देश के सभी नागरिकों को 25 लाख का स्वास्थ्य बीमा कब देंगे? प्रधानमंत्री बताएं देश के सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए ओपीएस कब लागू करेंगे? देश के सभी घरों में 500 रुपए में गैस सिलेंडर कब देंगे? देश के सभी जरूरतमंद नागरिकों को एक जैसी पेंशन देने वाला राइट टू सोशल सिक्योरिटी कानून कब लागू करेंगे? शहर के गरीब लोगों को रोजगार देने के लिए शहरी रोजगार गारंटी योजना कब लागू करेंगे? जिसकी सलाह उनकी खुद की आर्थिक सलाहकार परिषद ने भी उनको दी है। ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा कब देंगे, वह वादा पूरा कब करेंगे? राजस्थान के हिस्से का 76 हजार करोड़ रुपए जो केंद्र सरकार ने रोक रखा है उसे कब जारी करेंगे? अग्निवीर योजना को खत्म कर सेना में पहले जैसी रेगुलर भर्ती कब शुरू करेंगे? प्रधानमंत्री यहां आएं तो इसका जवाब दें। मैंने सुना आज पीएम आ रहे हैं उनको चाहिए कि एक राज्य का मुख्यमंत्री उनसे सवाल पूछ रहा है तो उनके जवाब दें।

सीएम गहलोत ने पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर राजस्थान में लोगों को भड़काने का आरोप लगाया है। गहलोत ने कहा कि राजस्थान शांति प्रिय प्रदेश है। इसमें सभी धर्म, जाति के लोग एक साथ रहते हैं। राजस्थान में अगर मोदी और शाह लोगों को भड़का रहे हैं, इसे उचित नहीं कहा जा सकता। राजस्थान पर कृपा करो और यहां पर भड़काना बंद करो। यह एजेंडा आपका यूपी में कामयाब हो गया। यहां पर कृपा करके हमें बख्शो। यहां सभी जाति-धर्म के लोग प्यार-भाईचारे से रहते हैं। यहां पर प्राइम मिनिस्टर और गृह मंत्री बोलेंगे, भड़का कर जाएंगे तो वह किसी भी तरह से अस्वीकार्य है।

गहलोत ने कहा कि कन्हैया लाल मर्डर के मामले में बीजेपी नेताओं की संवेदनशीलता कैसी थी यह सब सामने आ चुका है। हम लोग चिंता कर रहे हैं कि कन्हैया लाल के परिवार को समय पर न्याय कैसे मिले। केस एनआईए को दे दिया। अब हम लोग चिंता कर रहे हैं कि अब तक कार्रवाई क्यों नहीं कर पाए। हमें कभी-कभी लगता है कि जानबूझकर लंबा खींचा गया ताकि चुनाव आए तो उसका फायदा उठाएं। मुझे दुख होता है कि उनकी बातों में तथ्य ही नहीं है। उदयपुर की घटना को लेकर जो बातें कर रहे हैं उनके पास तथ्य ही नहीं है। बिना तथ्यों के बातें कर रहे हैं। कन्हैया लाल मर्डर केस के आरोपियों का संबंध भाजपा से था। जिस वक्त कन्हैया लाल का मर्डर हुआ बीजेपी के सारे बड़े नेता गुलाब चंद कटारिया, राजेंद्र राठौड़ हैदराबाद चले गए थे। उनके कार्यकर्ताओं ने मर्डर कर दिया। हमारी पार्टी की सरकार ने दो घंटे में आरोपितों को पकड़ लिया। मैं सारे प्रोग्राम कैंसिल कर उदयपुर गया।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप