बेनीवाल केवल राहुल गांधी की तरह मनोरंजन का माध्यम, सांसद बने तो भी काम नहीं होंगे : सहप्रभारी
नागौर, 14 अप्रैल (हि.स.)। भाजपा प्रदेश चुनाव सहप्रभारी प्रवेश वर्मा ने रविवार को कहा कि सांसद हनुमान बेनीवाल सिर्फ मनोरंजन करते हैं, वे नागौर के राहुल गांधी हैं। प्रवेश वर्मा नागौर में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नागौर का चुनाव बहुत ही दिलचस्प है।
वर्मा ने कहा कि जब भी राहुल गांधी भाषण देते हैं तो देश के लोगों का एंटरटेनमेंट होता है। वे जब पार्लियामेंट में बोलते हैं तो पार्लियामेंट का एंटरटेनमेंट होता है। लोग उनका भाषण इसीलिए सुनते हैं क्योंकि वे देश को हंसाते हैं। हनुमान बेनीवाल भी देश के लोगों को हंसाने का काम ज्यादा करते हैं, विकास कार्य कम करते हैं। इसलिए नागौर को ऐसे उम्मीदवार की जरूरत है जाे यहां का विकास कर सके। वर्मा ने कहा कि मनोरंजन करना होगा तो कपिल शर्मा का कॉमेडी शो देख लेंगे। अगर विकास कार्य चाहिए और नागौर में भारत सरकार की परियोजनाएं चाहिएं, हजाराें करोड़ रुपए विकास के लिए चाहिएं तो सांसद दिल्ली से लेकर आ सके, ऐसा नेता चाहिए। एक समय था जब हनुमान बेनीवाल का डंका था, वो समय निकल चुका है। बेनीवाल ने जाट समाज और राजस्थान की जनता को गुमराह करने का काम किया। आज वो सारे लोग उनको समझ चुके हैं और जान चुके हैं। इन्हें नागौर की जनता ने भुगता है। कोई भी निर्दलीय व्यक्ति हमारी सरकार में अपने काम नहीं करवा सकता।
वर्मा ने कहा कि हनुमान बेनीवाल कहते हैं कि संघर्ष किया है। वे नागौर की जनता का संघर्ष करवा रहे हैं। सब जानते हैं कि देश में मोदी सरकार बन रही है, मोदी जब तीसरी बार पीएम पद की शपथ लेंगे तो ऐसे समय में अगर सांसद किसी अन्य पार्टी का हो तो काम नहीं हो पाएंगे। कोई भी निर्दलीय व्यक्ति सरकार के पास आकर चाहे कितना भी रोए, लेकिन सांसद अगर सत्तारूढ़ पार्टी का होता है तो काम ज्यादा होते हैं। राजस्थान में भाजपा की सरकार है इसलिए देश व प्रदेश की सरकार से कड़ी जोड़ें।
वर्मा ने कहा कि विपक्ष के पास मुद्दा नहीं बचा इसलिए वो कह रहे हैं कि भाजपा आरक्षण को खत्म कर देगी। जबकि पीएम दौसा में कह चुके हैं कि डॉ. बीआर अंबेडकर भी खुद आकर उन्हें कहें तो भी आरक्षण खत्म नहीं होगा। कांग्रेस भ्रष्टाचारी इसलिए उनके शासनकाल में ईडी व इनकम टैक्स की कार्रवाई नहीं होती थी। इंडी गठबंधन के अधिकांश साझेदार जेलों में बैठे हैं। 2011 में हनुमान बेनीवाल ने खुद कहा था कि एससी समाज के आरक्षण के खिलाफ सरकार को पत्र लिखा था, ऐसा व्यक्ति समाज का भला कैसे करेगा? हनुमान बेनीवाल ने प्रमोशन में आरक्षण का विरोध किया था।
बेनीवाल जब एनडीए में शामिल हुए थे तब वो विकास की बात करते थे, इसलिए सब ठीक था। लेकिन फिर वो नागौर की जनता का विकास भूलने लगे और महत्त्वकांक्षा पालने लगे। अब नागौर की जनता को तय करना है कि एंटरटेनमेंट चाहिए या विकास? भद्दी टिप्प्णी करने वाला नेता चाहिए या नागौर में नहर का पानी लाने वाला और विकास कार्य करने वाला। देश में उपराष्ट्रपति का पद गौरवमयी है। उपराष्ट्रपति के बारे में भद्दी टिप्पणी करना किसी भी व्यक्ति को शोभा नहीं देता। जो उपराष्ट्रपति बने बैठे हैं उन्हें सरपंच बनने की जरूरत भी नहीं है। राजस्थान की जनता के आशीर्वाद से फिर एक बार क्लीन स्वीप करेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ईश्वर