आयुर्वेद विवि ने बनाया उष्णजल पाद स्नान का कीर्तिमान
जोधपुर, 08 दिसम्बर (हि.स.)। डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय के संगठक यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ नेचुरोपैथी एंड योगिक साइंस जोधपुर की ओर से जल चिकित्सा के लाभों को लेकर आम जनता में जागरुकता के लिए विवि में 15 मिनट उष्णजल पाद स्नान का विश्व कीर्तिमान बनाया गया।
छठे राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा दिवस के उपलक्ष में किए जा रहे 15 दिवसीय कार्यक्रमों की श्रृंखला में कुलपति प्रो. (वैद्य) प्रदीप कुमार प्रजापति के मार्गदर्शन में यह विश्व कीर्तिमान बनाया गया। विश्वगुरु वल्र्ड रिकॉर्ड एजेंसी के प्रतिनिधि सत्यावलू रामबाबू ने बताया कि विश्वविद्यालय के 500 सदस्यों की ओर से यह अनूठा वल्र्ड रिकॉर्ड कार्यक्रम कर यह विश्व कीर्तिमान जोधपुर की धरा पर प्रथम बार बनाया गया। कुलपति प्रो. प्रजापति ने कहा कि प्रकृति सर्वशक्तिमान है और मानव शरीर प्रकृति द्वारा निर्मित है। पांच भौतिक शरीर के बीमार होने पर इसका उपचार मिट्टी, पानी, धूप, हवा और आकाश तत्वों से ही किया जाता है।
इस मौके पर कुलसचिव सीमा कविया ने विश्व कीर्तिमान बनाने की बधाई देते हुए कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा की विभिन्न विधियां बिना दुष्प्रभाव कई प्रकार के रोगों के उपचार में अत्यधिक प्रभावी है। इस मौके पर उपकुल सचिव एवं प्राचार्य प्रो. महेंद्र कुमार शर्मा सहित पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा, यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ़ होम्योपैथी एवं बीएससी नर्सिंग के समस्त संकाय सदस्यों, प्रशासनिक अधिकारी, कर्मचारियों, स्नातकोत्तर एवं स्नातक अध्येताओं, चिकित्सालय एवं रसायन शाला के अधिकारी एवं कर्मचारियों सहित करीब पांच सौ प्रतिभागियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा के नोडल अधिकारी डॉ. चंद्रभान शर्मा द्वारा किया गया।
हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/संदीप