नेट थियेटर पर अवधी लोकगीत: दसरथ सुत खेलते होरी,अवध पुर बटोरी
जयपुर, 27 जनवरी (हि.स.)। नेट थियेट कार्यक्रमों की श्रृंखला में शनिवार को लखनऊ की डॉ शालिनी गुप्ता ने अवधी लोकगीतों से अयोध्या में राम के आने की ख़ुशी का बखाण किया।
नेट थियेट के राजेंद्र शर्मा राजू ने बताया कि डॉ शालिनी ने अवधी चेती में राम का एक भजन जन्म लियो हो रामा की प्रस्तुति से कार्यक्रम की शुरुआत की । चेती ऋतू परख गीतों की विधा है,जो चैत मास में ही गाई जाती है। उसके बाद उन्होंने अवधि कजरी में हरे रामा सरयू जी की धारा अपरमपारी रे हारी की सुंदर प्रस्तुति से लोगों को मंत्रमुग्ध किया। इसी श्रंखला में अवध में गाये जाने वाली होरी दसरथ सुत खेलत होरी अवध पुर बटोरी और मेला गीत राम जनम दा पिया सुना कर अपनी गायकी का परिचय किया और अंत में उलारा गा प्रस्तुति से समापन किया। कलाकार शालिनी ने डॉ कल्पना एस बर्मन के सानिध्य में अवधी लोकगीतों की शिक्षा प्राप्त की। इनके साथ हारमोनियम पर सुप्रसिद्ध संगतकार शेरखान और तबले पर प्रेम शर्मा ने शानदार संगत करते हुए। कार्यक्रम को परवान चढ़या। कार्यक्रम में लॉस एंजिल्स कैलिफ़ोर्निया के जॉन मैकग्राथ ने कलाकारों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश/संदीप