विधानसभा चुनावः थमा चुनावी प्रचार, अब घर-घर जाकर डोर-टू-डोर करेंगे उम्मीदवार प्रचार

 


जयपुर, 23 नवंबर (हि.स.)। राजस्थान में विधानसभा चुनाव का प्रचार गुरुवार शाम छह बजे थम गया। इससे पहले प्रदेशभर में सभाओं से लेकर रोड शो का दौर चलता रहा। भाजपा और कांग्रेस समेत अन्य पार्टियों के नेता आखिरी समय तक पूरी ताकत झोंकते नजर आए। राजस्थान में पच्चीस नवंबर को मतदान होगा और वहीं तीन दिसंबर को मतगणना की जाएगी। गुरुवार देर शाम छह बजे के बाद कोई भी उम्मीदवार या राजनीतिक दल प्रचार के लिए जुलूस या सभाएं नहीं कर करेंगे। इसके बाद अब उम्मीदवार घर-घर जाकर ही प्रचार करेंगे। प्रत्याशी और उनके समर्थक अपने- अपने विधानसभा क्षेत्र में डोर-टू-डोर प्रचार करने की रणनीति बनाने में जुटे रहे। वहीं दूसरी तरफ विधानसभा आम चुनाव में महिलाओं, दिव्यांग और युवा मतदाताओं को जागरूक करने के लिए चुनाव आयोग की अनोखी पहल पर 3 हजार 383 विशेष मतदान केन्द्र बनाये गए हैं।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में महिला कार्मिक मतदान केंद्र, दिव्यांग कार्मिक मतदान केंद्र और युवा कार्मिक प्रबन्धित मतदान केंद्र बनाए गए हैं। पूरे प्रदेश में ऐसे 3 हजार 383 विशेष मतदान केन्द्र बनाए गए हैं।

गुप्ता ने बताया कि विधानसभा आम चुनाव महिलाओं, दिव्यांगों और युवाओं सहित सभी के लिए अधिक समावेशी और सहभागी बनाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में आयोग ने महिला सशक्तिकरण, दिव्यांगजन और युवाओं के मतदान को प्रोत्साहित करने के लिए ऐसे विशेष मतदान केंद्र बनाने की पहल की है। उन्होंने बताया कि हर विधानसभा क्षेत्र में एक दिव्यांग मतदान केन्द्र, आठ-आठ महिला और युवा मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। दिव्यांग मतदान केन्द्रों पर मतदान कार्य की जिम्मेदारी दिव्यांग कार्मिकों के हाथ होगी। इसी प्रकार, महिला मतदान केन्द्र में सिर्फ महिला कार्मिक ही मतदान कराने की जिम्मेदारी निभाएंगी। युवा मतदान केन्द्र में युवा कार्मिक तैनात किए जाएंगे। प्रदेश भर में 199 दिव्यांग मतदान केन्द्र और 1592-1592 महिला एवं युवा मतदान केंद्र बनाए गए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश सैनी/ईश्वर