असम राइफल्स ने जयपुर में किया असम राइफल्स के पूर्व सैनिकों के लिए मेगा रैली का आयोजन
जयपुर, 6 दिसंबर (हि.स.)। जयपुर के मुख्यालय महानिदेशालय असम राइफल्स के तत्वावधान में बुधवार को पूर्व सैनिकों की मेगा असम राइफल्स पूर्व सैनिक रैली आयोजित की गई। रैली में वीरता पुरस्कार विजेताओं, वीर नारियों, विधवाओं और उनके आश्रितों सहित राज्य के सभी जिलों के 200 से अधिक पूर्व सैनिकों ने भाग लिया।
जन संपर्क अधिकारी (रक्षा) कर्नल अमिताभ शर्मा ने बताया कि जिन्होंने हमारी सेवा की उन लोगों की सेवा करना थीम के तहत आयोजित रैली का उद्देश्य दिग्गजों से जुड़ना, उनके साथ संबंधों को मजबूत करना और उनके जीवन के चरम के दौरान देश के लिए किए गए उनके योगदान को स्वीकार करना था। इस अवसर पर असम राइफल्स के महानिदेशक, लेफ्टिनेंट जनरल पीसी नायर, पीवीएसएम, एवीएसएम, वाईएसएम, पीएचडी मुख्य अतिथि थे। महानिदेशक असम राइफल्स ने राजस्थान के दिग्गजों और सेवारत सैनिकों के योगदान की सराहना की, जिन्होंने उत्तर-पूर्व और देश की सुरक्षा और समृद्धि सुनिश्चित करने में अपना बहुमूल्य योगदान दिया है।
रैली के दौरान असम राइफल्स भर्ती रैलियों, असम राइफल्स में भर्ती के लिए खेल कोटा, विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों व छात्रावासों में आरक्षण, आयुष्मान भारत योजना और असम राइफल्स के दिग्गजों के लिए पूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना (ईसीएचएस) के विस्तार सहित विभिन्न लाभार्थी योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। महानिदेशक ने प्रत्येक यूनिट स्तर पर एक भूतपूर्व सैनिक (ईएसएम) सेल की अवधारणा, वीर नारियों और विकलांग दिग्गजों को अपनाने और आउटरीच कार्यक्रम के बारे में भी प्रकाश डाला, जिसके तहत असम राइफल्स पूरे भारत में वीर नारियों और दिग्गजों तक पहुंच रही है।
इस कार्यक्रम के दौरान एक सम्मान समारोह भी आयोजित किया गया जिसमें महानिदेशक असम राइफल्स ने वीर नारियों, वीरता पुरस्कार विजेताओं और अन्य भूतपूर्व सैनिकों को सम्मानित किया। मुख्यालय महानिदेशालय असम राइफल्स, शिलांग के प्रतिनिधियों ने शिकायतों के पंजीकरण और उनके तत्काल निवारण के लिए एक मंच भी प्रदान किया। एक छोटी सी मदद के रूप मैं रैली के दौरान दिग्गजों को कार्यक्रम स्थल पर व्हील चेयर, चश्मा, वाकिंग स्टीक, श्रवण यंत्र और पोर्टेबल कमोड जैसी सहायक वस्तुएं वितरित की गई। भूतपूर्व सैनिक रैली में भूतपूर्व सैनिक शिकायत सेल, नेत्र शिविर और एसबीआई बैंक की सहायता डेस्क भी स्थापित की गई थी।
हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप