भावी पीढी में संस्कारों का बीजारोपण करना आवश्यक : सतीश
धौलपुर, 12 अक्टूबर (हि.स.)। विजयादशमी के अवसर पर शहर की गंगाबाई की बगीची में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ धौलपुर नगर की ओर से शस्त्र पूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसके बाद शहर में पथ संचलन निकाला गया।
आयोजन में अपने उद्बोधन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जयपुर प्रांत के ग्राम विकास संयोजक सतीश कुमार ने कहा कि अनुशासन ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पहचान है। संघ की स्थापना आज ही के दिन 1925 में डॉक्टर केशव राव बलराम हेडगेवार ने की थी। अंग्रेज तुष्टिकरण की नीति अपना कर भारत के हिंदुओं के प्रति हेय दृष्टि रखते थे और हिंदुओं को आपस में विभाजित करके लड़वाना चाहते थे। समाज में व्याप्त बुराइयां हिंदुओं के आपस में विघटन का प्रमुख कारण थी, जिनमें छुआछूत और जातिवाद ने हिंदुओं को एक दूसरे के विरुद्ध करने का काम प्रमुखता से किया। डॉक्टर हेडगेवार ने बचपन में ही इस बात को समझ लिया था कि हिंदुओं को संगठित करने की आवश्यकता है और विजयदशमी के दिन नागपुर में कुछ स्वयंसेवकों के साथ बैठकर संघ कार्य प्रारंभ किया । वर्तमान में देश के अंदर सामाजिक समरसता ,कुटुंब प्रबोधन ,पर्यावरण स्व का जागरण और नागरिक शिष्टाचार की नितांत आवश्यकता है। हमें टूटे हुए परिवारों को जोड़ना भारत की प्राचीन संयुक्त परिवार व्यवस्था की पुन: स्थापना करना और परिवारों में आने वाली पीढ़ी में जीवन मूल्य तथा संस्कारों का बीजारोपण करना होगा।
विजयादशमी उत्सव के अवसर पर स्वयंसेवकों ने शस्त्र पूजन किया। इसके बाद में योग, व्यायाम, सूर्य नमस्कार, दंड प्रहार का शारीरिक प्रदर्शन किया गया। उत्सव के पश्चात संघ के गणवेश धारी स्वयंसेवक हाथ में दंड लेकर घोष की धुन पर कदम से कदम मिलाकर धौलपुर शहर के प्रमुख मार्गों से निकले। घोष के साथ बज रही धुन पर सभी आयु के स्वयंसेवक संचलन में चल रहे थे। संचलन का शहर के प्रमुख स्थानों पर अनेक संस्थाओं और माता बहनों ने पुष्प वर्षा कर और रंगोली बनाकर अभिनंदन किया। पथ संचलन का समापन भी गंगाबाई की बगीची पर हुआ। इस अवसर पर गंगाबाई बगीची के महंत हनुमान दास ने आशीर्वाद प्रदान किया।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रदीप