गणेश उद्यान में चल रही गरीब बच्चों की अनूठी कक्षा
कोटा, 5 दिसंबर (हि.स.)। ठिठुरती सर्दी में छोटे बच्चे सुबह जल्दी तैयार होकर स्कूल जाने से घबराते हैं। लेकिन गणेश उद्यान के हरे-भरे मैदान में चल रही एक अनूठी कक्षा में गरीब मजदूरों के बच्चे रोज मन लगाकर पढाई कर रहे हैं। डीएवी स्कूल से सेवानिवृत्त शिक्षिका प्रवीण चौधरी रोज सुबह 7 बजे इन बच्चों को निशुल्क पढाने के लिये गणेश उद्यान पहुंचते हैं। देखते ही देखते सभी बच्चे तैयार होकर किताबें व कॉपी लेकर खुली कक्षा में आकर बैठ जाते हैं।
‘एक अच्छा शिक्षक दीपक की तरह है, जो खुद प्रज्वलित होकर दूसरों को रोशन करता है।’ इसे चरितार्थ कर रही श्रीनाथपुरम निवासी शिक्षिका प्रवीण चौधरी ने बताया कि अपने आसपास के मजदूर परिवारों के छोटे बच्चों को हम थोडा सा ज्ञान देकर बडा बना सकते हैं। उन्होंने उद्यान की झोपडियों में रहने वाले इन बच्चों के आधार कार्ड बनवाकर स्कूल में इनका एडमिशन करवा दिया है। बचपन से इनकी नींव को मजबूत करने के लिये वे रोज गणेश उद्यान में ही इन्हें पढ़ाती हैं। सुबह की सैर करने वालों ने इन बच्चों को कॉपी-किताबें भी निशुल्क वितरित की हैं। इनमें से कुछ बच्चे पढाई में बहुत होशियार हैं। शुरूआत में 2 बच्चों को पढाना शुरू किया तो धीरे-धीरे सभी बच्चे रोज पढने के लिये आने लगे हैं।
चौधरी ने बताया कि कम उम्र के बच्चों में प्रकृति के साथ सृजनात्मक भाव और ज्ञान का आनंद जगाना एक शिक्षक को भी उल्लासित कर देता है। मुझे इस खुली क्लास में बैठकर बच्चों को पढाने से ताजगी महसूस होती है। बडे होकर ये बच्चे अपनी योग्यता से किसी भी क्षेत्र में आगे बढ सकते हैं। अभावों में पढने वाले बच्चे कभी संघर्ष और विफलता से नहीं घबराते हैं। उन्हें भरोसा है कि इनकी नींव अच्छी हुई तो भविष्य में मंजिल तक पहुंच जायेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार/अरविंद/ईश्वर/ईश्वर