पानी के टैंक में गिरा मासूम, बहन-मां भी कूदीं, डूबने से तीनों की हुई मौत

 




नागौर, 1 जून (हि.स.)। कुचेरा थाना इलाके के गांव खजवाना में बहन के साथ खेलते वक्त ढाई साल का मासूम घर में बने टांके (पानी के टैंक) में गिर गया। उसे बचाने के लिए सात साल की बहन टांके में उतर गई। दोनों बच्चे डूबे तो मां भी टांके में कूद पड़ी। डूबने से तीनों की मौत हो गई।

डीएसपी अरविंद कुमार ने बताया कि खजवाना गांव में ट्रक ड्राइवर रिछपाल जाट के घर में शुक्रवार दोपहर यह घटना हुई। घटना के वक्त घर में रिछपाल की पत्नी सुमित्रा (31), 7 साल की बेटी ईशा और ढाई साल का बेटा यश थे। दोपहर में सुमित्रा घर के काम में लगी थी। इस दौरान दोनों बच्चे घर के बाड़े में खेल रहे थे। वहीं पर टांका बना हुआ था, जिसका ढक्कन खुला था। खेलते वक्त भाग-दौड़ में यश टांके में जा गिरा। भाई को बचाने की कोशिश में ईशा भी पानी में गिर गई। आवाज सुनकर सुमित्रा मौके पर पहुंची और दोनों बच्चों को बचाने के लिए वह टांके में कूद गई। डूबने से तीनों की मौत हो गई। रिछपाल की मां सुबह मनरेगा में मजदूरी करने गई थी। वह लौटी तो दरवाजा खुला था। बहू और बच्चों को आवाज लगाई तो किसी की आवाज नहीं आई। मां ने घर में तलाश की तो कोई नहीं मिला। इसके बाद टांके के पास चप्पलें बिखरी देखीं तो शक हुआ। टांके में झांका तो बहू और दोनों बच्चों के शव पड़े थे।

मां चिल्लाते हुए बाहर की ओर भागी। पड़ोसी मौके पर आए। उन्होंने कुचेरा थाना पुलिस को घटना की सूचना दी। डूबने की सूचना पर एएसपी नेमीचंद खारिया और डीएसपी अरविंद कुमार चौधरी घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने ग्रामीणों की सहायता से शव निकलाकर कुचेरा सीएचसी पहुंचाया। पुलिस की ओर से मृतका के पीहर पक्ष को सूचना दी गई। डीएसपी अरविंद कुमार ने बताया कि पीहर पक्ष के लोगों की मौजूदगी में मेडिकल बोर्ड से तीनों का पोस्टमॉर्टम करवाया गया है। मृतका के भाई हरेंद्र जाट निवासी खेण ने इस संबंध में रिपोर्ट दी है। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए। शनिवार सुबह तीनों का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

सुमित्रा का पति रिछपाल और ससुर रामचंद्र कंकवाड़ा ट्रक ड्राइवर हैं। दोनों शुक्रवार सुबह ही काम पर जाने के लिए निकले थे। पुलिस का कहना है कि घटना के पीछे किसी विवाद जैसी कोई स्थिति सामने नहीं आई है। हालांकि यह सामने आ रहा है कि रिछपाल के दो भाइयों शंकर और महेंद्र की भी डूबने से मौत हुई थी। महेंद्र खेत में पानी देते वक्त रपट में डूब गया था। जबकि शंकर की भी डूबने से मौत हुई थी।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप