अमेरिकी राजदूत ने केवलादेव नेशनल पार्क में देखे देशी-विदेशी पक्षी

 




भरतपुर, 16 फ़रवरी (हि.स.)। अमेरिकी राजदूत एरिक एम गॉर्सेटी शुक्रवार को भरतपुर के केवलादेव नेशनल पार्क पहुंचे। गॉर्सेटी की सुरक्षा व्यवस्था के लिए काफी पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया। केवलादेव नेशनल पार्क पहुंचने से पहले उन्होंने आगरा और फतेहपुर सीकरी का बुलंद दरवाजा देखा।

केवलादेव नेशनल पार्क के डायरेक्टर मानस सिंह ने बताया कि एरिक एम गॉर्सेटी भारत में अमेरिकी राजदूत हैं। वे केवलादेव नेशनल पार्क को देखने आए हैं। यह उनकी निजी यात्रा है। सुरक्षा की दृष्टि के हिसाब से यहां हमारा पूरा स्टाफ मौजूद है। भरतपुर में स्थित विश्व विख्यात केवलादेव नेशनल वर्ड सेंचुरी में सर्दी का मौसम शुरू होते ही रौनक आने लगती है। क्योंकि सर्दी के मौसम आते ही यहां प्रवासी पक्षियों का आगमन शुरू हो जाता है। अब साइबेरिया से करीब 7000 किलोमीटर की दूरी पार कर पक्षी यहां आते हैं। ये पक्षी केवलादेव नेशनल पार्क में ब्रीडिंग करते हैं और बच्चे पैदा करने के बाद गर्मी शुरू होते ही यहां से अपने देश चले जाते हैं।

जयपुर आगरा नेशनल हाईवे पर केवलादेव नेशनल पार्क स्थित है। यह लगभग 29 वर्ग किलोमीटर में फैला है। जहां देश विदेशों से करीब 363 प्रकार की प्रजातियों के पक्षी आते हैं। जहां वे ब्रीडिंग करते हैं और बच्चों को जन्म देते हैं। इनका पालन पोषण करते हैं और मार्च महीने की शुरुआत में जब गर्मी शुरू होती ही अपने देशों को वापस लौट जाते हैं। विश्व विरासत केवलादेव राष्ट्रीय पक्षी उद्यान (केएनपी) जिसे पक्षियों का स्वर्ग भी कहा जाता है। जहां अप्रवासी पक्षी यूरोप, एशिया, साइबेरिया सहित कई देशों से पक्षी यहां सर्दी के मौसम में आते हैं और ब्रीडिंग कर अपने बच्चों को साथ लेकर चले जाते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप