रामगढ़ के बाद अब कानोता बांध का घोटा जा रहा गला

 




जयपुर, 17 अक्टूबर (हि.स.)। कानोता बांध के कंठ घोंटे जा रहे हैं। बहाव और भराव क्षेत्र में मिट्टी डालकर बांध के बहाव क्षेत्र को पाटा जा रहा है। जानकारी होने के बाद भी जिम्मेदार प्रशासन कार्रवाई नहीं कर रहा है। जिम्मेदार कार्रवाई करने की बजाय अतिक्रमणकारियों का साथ दे रहे हैं। जल संसाधन विभाग कार्रवाई के नाम पर नोटिस देकर भूल जाता है।वर्षों से यहां पर मिलीभगत का यही खेल चल रहा है। बांध के आस-पास 20 से अधिक फॉर्म हाउस और रिसोर्ट बने हुए और इनकों किराए पर संचालित किया जा रहा है। ज्यादातर फॉर्म हाउस और रिसोर्ट रसूख वालों के बताए जाते हैं। ऐसे में जेडीए और जल संसाधन विभाग के अधिकारी भी आंख बंद कर बांध को मरने के लिए छोड़ चुके हैं। पुलिस भी कोई कार्रवाई नहीं करती। यदि ऐसे ही भराव क्षेत्र में मिट्टी डाली जाती रही तो आने वाले दिनों में कानोता बांध भी रामगढ़ बांध की तरह सूख जाएगा।

जलसंसाधन विभाग के एईएन राजू लाल बैरवा ने बताया कि सुमेल से मित्तल कॉलेज की तरफ जाने वाले मार्ग पर एक फार्म हाउस बना हुआ है। फार्म हाउस के संचालकों द्वारा कानोता बांध के बहाव क्षेत्र में मिट्टी डाली जा रही है। इसकों लेकर पूर्व में थाने में मामला भी दर्ज करवाया गया था, लेकिन आरोपियों ने इस जगह को खुद ही जमीन होना बताया है। इस पूरे मामले की रिपोर्ट तैयार कर अधिकारियों के साथ जिला कलेक्टर को भी भेजा गया है। जिला कलेक्टर और आलाधिकारियों से निर्देश मिलने के बाद जमीन के खसरों को लेकर जांच करवाई जाएगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / राजेश