पार्किंग में सो रहे हैं श्रद्धालुओं को कार ने कुचला, नौ घायल, तीन रैफर

 




चित्तौड़गढ़, 5 सितंबर (हि.स.)। जिले के मंडफिया कस्बे में स्थित मंदिर की पार्किंग में सो रहे श्रद्धालुओं को कार चालक ने लापरवाही के चलते कुचल दिया। इसमें नौ श्रद्धालु घायल हुए हैं, जिसमें से तीन को चित्तौड़गढ़ रेफर किया गया है। पुलिस ने चालक को हिरासत में ले लिया। इस मामले में प्रकरण दर्ज करने के बाद अग्रिम अनुसंधान जारी है। घायलों की स्थिति स्थिर बताई जा रही है। वहीं कार चालक से लोगों ने मारपीट का भी प्रयास किया लेकिन पुलिस की सजगता के चलते उसे बचा लिया गया।

पुलिस के अनुसार मध्यप्रदेश के इंदौर जिले के बडगोंदा से दो अलग-अलग वाहनों में 18-20 श्रद्धालु किशनगढ़ के निकट सुरसरा तेजाजी महाराज की ज्योत लेने जा रहे थे। मार्ग में ये सांवलियाजी मंदिर दर्शन के लिए रुके। एक वाहन में सवार 10 श्रद्धालु सांवलियाजी मंदिर की पार्किंग में ही जमीन पर गद्दे डाल कर सो गए। रात करीब 3 बजे एक अन्य वाहन में तीन श्रद्धालु आए थे। इनमें से दो तो श्रद्धालु तो नहाने चले गए, जबकि एक 18 साल का युवक ही मौजूद था। इस दौरान कुछ महिलाओं ने युवक से कार को हटाने को कहा उन्हें यहां सोना है। इस पर युवक कार को हटाने लगा लेकिन वह कंट्रोल नहीं रख पाया। इससे उसने कार को नीचे सो रहे इंदौर के श्रद्धालुओं पर चढ़ा दी। अधिकांश यात्रियों के पैर कुचल गए। हादसा होते ही मौके पर चीख पुकार मच गई। यहां लोगों की भीड़ जमा हो गई, जिन्होंने चालक को पकड़ लिया। जानकारी मिली तो मंडफिया थानाधिकारी शीतल गुर्जर मय जाप्ता मौके पर पहुंची। कार चालक को लोगों से समझाईश करवा कर छुड़वाया। वहीं घायलों को मंडफिया चिकित्सालय ले जाया गया। इनमे से तीन को पैर में गंभीर चोट आई थी। ऐसे में उन्हें चित्तौड़गढ़ रैफर कर दिया। मामले को लेकर पुलिस अग्रिम कार्यवाही कर रही है। तीन जनों के पैर में फैक्चर होने के कारण उन्हें चित्तौड़गढ़ रेफर किया है। पुलिस ने कार चालक युवक हिरासत में लिया है।

हादसे में यह हुवे घायल

हादसे में बड़गोंडा निवासी संदीप पुत्र विजय कुमार यादव, धीरज पुत्र विष्णु प्रजापत, गोकुल पुत्र गिरधारी प्रजापत, नारायण पुत्र सुरेश सेन, पप्पू पुत्र रमेशचंद पटेल, कुलदीप पुत्र घनश्याम, रोहन पुत्र चतुर्भुज पटेल, संजय पुत्र सुरेश जाट व

संजय पुत्र दिनेशचंद पटेल घायल हुए। इनमें से संदीप कुमार यादव, धीरज प्रजापत व गोकुल प्रजापत को चित्तौड़गढ़ रेफर किया गया।

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हिन्दुस्थान समाचार / अखिल