विश्व संवाद केंद्र की ओर से महर्षि नारद जयंती पर 'लोकतंत्र में पत्रकारिता का महत्व' विषयक संगोष्ठी आयोजित

 


बीकानेर, 26 मई (हि.स.)। विश्व संवाद केंद्र, बीकानेर की ओर से महर्षि नारद जयंती (पत्रकार दिवस) पर रविवार को रानीबाजार स्थित रिद्धि सिद्धि भवन में 'लोकतंत्र में पत्रकारिता का महत्व' विषयक संगोष्ठी आयोजित की गयी। कार्यक्रम में 'हिन्दुस्थान समाचार' से जुड़े प्रेस फोटोग्राफर रामरतन मोदी सहित मीडिया से जुड़े लोगोंं का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में बतौर अतिथि भारत का सबसे बड़ा पाक्षिक पत्रिका पाथेय कण पाक्षिक के सह प्रबंध संपादक श्याम सिंह, जनसंपर्क विभाग के सेवानिवृत्त संयुक्त निदेशक दिनेश सक्सेना, वरिष्ठ पत्रकार हेम शर्मा सहित संतोष कुमार ने शिरकत की।

संगोष्ठी का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। शर्मा ने अपने उद्बोधन में नारद जी की भूमिका बताई जो सर्व कल्याण की भावना से संप्रेषण के माध्यम से सूचनाओं प्रसारित करते थे। भारत जैसे राष्ट्र में निष्पक्ष पत्रकारिता की जरूरत की ओर सभी का ध्यान आकर्षित किया।

कार्यक्रम के अध्यक्ष संतोष जैन ने पत्रकारिता को लोकतंत्र की आत्मा बताते हुए कहा कि आज के दौर में पत्रकारिता एक नए स्वरूप में कार्यरत है। सत्य का अन्वेषण एक पत्रकार का धर्म है और यह हर परिस्थिति में निभाया जाना चाहिए।

मुख्य अतिथि दिनेश सक्सेना ने कहा कि लोकतंत्र में अगर पत्रकारिता को महत्व नहीं दिया गया तो लोकतंत्र डगमगा जाएगा और उन्होंने कहा कि जनकल्याण से जुड़ी खबरों को समाचार पत्रों में पर्याप्त स्थान दिया जाना चाहिए।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता श्याम सिंह ने कहा कि समाज का कल्याण एवं मार्गदर्शन करने वाली पत्रकारिता करने की आवश्यकता है। समाज को प्रेरणा मिले ऐसे समाचारों को पर्याप्त स्थान समाचार पत्रों में मिलना चाहिए।

कार्यक्रम में विश्व संवाद केंद्र के संयोजक सुरेंद्र राठी द्वारा पत्रकारों को स्मृति चिह्न देकर अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम का संचालन अजीत ने किया व अंत में सुमित भाटी ने समस्त अतिथिगणों का धन्यवाद ज्ञापित किया।

हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/ईश्वर