(राज विस चुनाव) कोटा जिले की 6 सीटों पर अबूझ पहेली बना कम मतदान

 


कोटा, 25 नवंबर (हि.स.)। लोकतंत्र के महापर्व मतदान दिवस पर कोटा जिले की 6 विधानसभा सीटों के 1455 बूथों पर शाम 5ः31 बजे तक 70.15 प्रतिशत मतदान हुआ। जिसमें कोटा उत्तर में 67.27 प्रतिशत, कोटा दक्षिण में 65.91 प्रतिशत, लाडपुरा में 69.63 प्रतिशत, रामगंजमडी में सर्वाधिक 73.66 प्रतिशत, पीपल्दा में 71.48 प्रतिशत व सांगोद क्षेत्र में 72.97 प्रतिशत मतदाताओं ने उत्साह से शांतिपूर्वक मतदान किया। हालांकि मतदान का प्रतिशत वर्ष 2018 के चुनाव से कम रहा।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कोटा दक्षिण सीट के लिये शक्ति नगर बूथ पर, यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कोटा उत्तर सीट से नयापुरा में वोट दिया। शहर में दस ट्रांसजेंडर सहित कई बुजुर्गों ने व्हील चेयर पर बैठकर मतदान किया। पहली बार वोट देने वाले युवाओं में जबर्दस्त उत्साह दिखाई दिया। उन्होंने बूथ पर लगे सेल्फी पॉइंट पर अपने फोटो लेकर सोशल मिडिया पर अधिक से अधिक मतदान करने की अपील करते रहे।

लाडपुरा विधानसभा क्षेत्र की भाग संख्या 150 में ईवीएम मशीन में तकनीकी खराबी आ जाने से मतदान एक घंटे देरी से प्रारंभ हुआ। कोटा उत्तर के कुछ केंद्रों पर मतदाताओं ने सूचियों में नाम नहीं होने की शिकायत भी की। लाडपुरा क्षेत्र के दीपपुरा गांव में किसानों ने उनकी समस्या हल नहीं होने से दोपहर 3 बजे तक मतदान का बहिष्कार किया। उपखंड अधिकारी मनीषा तिवारी देर तक उन्हें समझाती रही। मतदान के अंतिम समय में कोटा जंक्शन एवं कोटा दक्षिण में महावीर नगर के बूथ केंद्रों पर भाजपा एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच मामूली झडपें हुईं, जिन्हे पुलिस अधिकारियों ने समझाइश कर शांत करवाया। शाम को भाजपा एवं कांग्रेस दोनों पार्टियों के प्रत्याशियों ने जीतने का दावा किया और जनता का आभार जताया।

इस चुनाव में पहली बार यह देखने में आया कि किसी भी दल ने शानदार मतदान को अपने पक्ष में मानकर विजयी उल्लास नहीं मनाया। सुबह से शाम तक मतदाता खामोश होकर वोट देते रहे, जिससे 3 दिसंबर को मतगणना के बाद ही पता चल सकेगा कि हाडौती की सभी सीटों पर ऊंट किस करवट बैठेगा।

हिन्दुस्थान समाचार/अरविंद/संदीप