विश्व बंधुत्व का संदेश लेकर 18 अगस्त को दौड़ेंगे चार देशों के 3500 रनर्स
सिराेही, 17 अगस्त (हि.स.)। भारत सहित चार देशों के 3500 रनर्स 18 अगस्त को विश्व बंधुत्व का संदेश लेकर दौड़ लगाएंगे। ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान की पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि के 17वें पुण्य स्मृति दिवस के उपलक्ष्य में 6वीं आबू रोड से माउंट आबू इंटरनेशनल हॉफ मैराथन आयोजित की जा रही है। 21.9 किलाेमीटर की इस मैराथन में की शुरुआत मनमोहिनीवन से सुबह छह बजे पैरा ओलंपिक की गोल्ड मेडलिस्ट दुती चंद और 1992 की एशियाई मैराथन की गोल्ड मेडलिस्ट सुनीता गोदारा, कांग्रेस नेता रतन देवासी आबू पिंडवाड़ा विधायक समाराम गरासिया, भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेश कोठारी सहित संस्थान के वरिष्ठ पदाधिकारी हरी झंडी दिखाकर मैराथन की शुरुआत करेंगे। 18 अगस्त को ही सुबह साढे आठ बजे से माउंट आबू के ओम शांति भवन में पुरस्कार वितरण समारोह होगा। जिसमें अतिथियों द्वारा विजेताओं को पुरस्कार राशि और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा।
मैराथन की तैयारियों को लेकर बीके भानू ने बताया कि अब मैराथन के लिए रजिस्ट्रेशन बंद कर दिए हैं। शुरुआत मनमोहिनीवन के त्रिलोक बिल्डिंग से सुबह छह बजे होगी। समापन पांडव भवन माउंट आबू में रहेगा। विदेश और देश में दूर से आने वाले रनर्स 17 अगस्त शाम तक ही शांतिवन पहुंच गए हैं। सभी के लिए रुकने, भोजन की खास व्यवस्था की गई है।
रनर्स की टाइमिंग और दूरी को मापने के लिए विशेष डिवाइस उसके हाथ में पहनाई जाएगी। जब रनर हर एक किमी पर लगे इलेक्ट्रिक ट्रैक पाइंट से गुजरेगा तो यह डिवाइस दूरी को डिटेक्ट कर लेगी। इससे सभी रनर्स का पूरा रिकार्ड आसानी से मेंटेन हो सकेगा। यदि कोई रनर्स वाहन की यूज करता है तो यह डिवाइस उसे पकड़ लेगी और उसे प्रतियोगिता से बाहर कर दिया जाएगा। मैराथन में प्रथम आने वाले प्रतिभागी को 51 हजार रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। वहीं सेकंड रनर को 41 हजार रुपये और तृतीय स्थाने पर आने वाले रनर को 31 हजार रुपये की राशि प्रदान की जाएगी। साथ ही प्रत्येक रनर्स को मेडल और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा।
रनर्स को सुबह पांच बजे ट्रेक पर बुलाया जाएगा। जहां अतिथियों द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जाएगा। सुबह छह बजे से कुछ समय के लिए वाहनों का आवागमन बंद रहेगा। हर एक किमी पर एनर्जी पाइंट बनाया जाएगा। जहां उन्हें नींबू पानी, एनर्जी ड्रिंक दिए जाएंगे। साथ रही रनर्स की लोकेशन ट्रेक करने के लिए उन्हें एक विशेष तरह का इलेक्ट्रानिक डिवाइस दिया जाएगा जो टाइमिंग पर दूरी बताएगा। बीच- बीच में ट्रैकर पाइंट बनेंगे जिसमें से उन्हें गुजरना पड़ेगा।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित / संदीप