झुंझुनू के 24 आंगनबाड़ी केंद्र किए क्रमोन्नत

 


झुंझुनू, 3 मार्च (हि.स.)। प्रदेश के सभी मिनी आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमोन्नत हो गए है। इसमें झुंझुनू जिले की 24 आंगनबाड़ी केंद्र भी शामिल है। इससे दोहरी व्यवस्था खत्म हो जाएगी। पहले से बेहतर सुविधाएं मिलेगी। नन्हे-मुन्नों की शाला पूर्व शिक्षा और कुपोषण को लेकर प्रभावी निगरानी हो सकेगी। महिलाओं, किशोरी व धात्री माताओं को पोषण ओर स्वास्थ्य सेवा का अच्छे से लाभ मिलेगा।

विभाग के उपनिदेशक बिजेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि मिनी आंगनवाड़ी केंद्र में केवल कार्यकर्ता का पद होता है। उसका मानदेय भी अन्य कार्यकर्ता से कम होता है। अब मुख्य केंद्र में क्रमोन्नत होने से सभी 24 केंद्र की कार्यकर्ता को भी मार्च माह से अधिक मानदेय मिलना प्रारंभ हो जाएगा। इसके साथ ही इन सभी केंद्र पर सहायिका का पद भी स्वीकृत हो गया है। इसकी भर्ती के लिए जल्दी ही विज्ञप्ति जारी की जाएगी। केंद्र पर दो मानदेय कर्मी होने से ये सभी केंद्र समुदाय को और बेहतर सेवाएं दे सकेंगे।

महिला व बाल विकास मंत्रालय ने 10 मई 2023 को प्रदेश सरकार से कहा कि राज्य अतिरिक्त भार वहन की सहमति देती है तो मिनी आंगनबाड़ी को आंगनबाड़ी केंद्र में क्रमोन्नत कर देंगे। वित्त विभाग ने 29 सितम्बर 2023 से सहमति दे दी थी, लेकिन फाइल ठंडे बस्ते में रही। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने 7 दिसम्बर को स्वीकृति जारी कर दी। अब 26 फरवरी को पालना में महिला एवं बाल विकास विभाग ने प्रदेश के सभी 6204 मिनी आंगनबाड़ी को क्रमोन्नत किया है।

हिन्दुस्थान समाचार/ रमेश सर्राफ/ईश्वर