21 कुंडीय श्रीराम तारक ब्रह्म महायज्ञ का आयोजन चार दिसंबर से

 


जयपुर, 29 नवंबर (हि.स.)। गलता गेट स्थित कनक बिहारी मंदिर में चार से 29 दिसंबर तक 21 कुंडीय श्रीराम तारक ब्रह्म महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। त्रिवेणी धाम के रामरिछपाल देवाचार्य महाराज के सान्निध्य में होने वाले महायज्ञ की तैयारियां जोर शोर से चल रही है। यज्ञ का आयोजन महामंडलेश्वर सियारामदास महाराज द्वारा गत 12 साल में जपे गए 43 करोड़ 20 लाख श्रीराम तारक मंत्र की की पूर्णाहुति के रूप में होगा। सियारामदास महाराज ने 2011 में ऋषि पंचमी से त्रिवेणी पीठाधीश्वर नारायणदेवाचार्य महाराज के आदेश पर प्रतिदिन आठ घंटे मौन रह कर श्रीराम तारक मंत्र जप किया। बारह साल में उन्होंने 43 करोड़ 20 लाख मंत्र का जप किया। जप की कुल संख्या के दशवें हिस्से की आहुति देकर यज्ञ का शास्त्रोक्त विधान है। ऐसे में पच्चीस दिन में चार करोड़ 38 लाख आहुतियां अर्पित की जाएंगी। प्रतिदिन 16 लाख 32 हजार से अधिक मंत्रों से आहुतियां दीं जाएंगी। अयोध्या में गणेशदास महाराज के आचार्यत्व में देशभर के 41 विद्वान सुबह शाम दो पारियों में आहुतियां अर्पित करवाएंगे। यज्ञ में देश के सभी प्रमुख शहरों में महंत, पीठाधीश्वर, महामंडलेश्वर और विद्वान पधारेंगे।

आयोजन के प्रवक्ता पंडित राजकुमार चतुर्वेदी ने बताया कि दो दिसंबर को दशविध स्नान, हेमाद्रि संकल्प औ प्रायश्चित हवन के साथ तीन दिसंबर को सुबह आठ बजे गलता जी से गाजेबाजे के साथ कलशयात्रा निकाली जाएगी। इसके बाद मंडप प्रवेश, अरणि मंथन और मंडलार्चन होगा। चार दिसंबर को सुबह नौ से बारह तथा अपराह्न तीन से पांच बजे तक यज्ञ में आहुतियां अर्पित की जाएंगी। यह क्रम 28 दिसंबर तक चलेगा। 29 दिसंबर को दोपहर सवा बारह बजे अभिजीत मुहूर्त में संतों-महंतों के सान्निध्य में महायज्ञ की पूर्णाहुति होगी। मंदिर परिसर में यज्ञशाला का निर्माण कार्य को अंतिम रूप दिया जा रहा है। कनक बिहारी मंदिर के महंत महामंडलेश्वर सियारामदास महाराज के निर्देशन में कारीगरों ने यज्ञ कुंडों का निर्माण किया। यज्ञशाला में 20 कुंड तीन मेखला वाले और एक पद्म कुंड का निर्माण किया गया है।

तीन सौ क्विंटल सामग्री का होगा उपयोग

महायज्ञ में 90 क्विंटल तिल, 45 क्विंटल चावल, 10 क्विंटल जौ, 10 क्विंटल देशी चीनी, तीन क्विंटल औषधि, 15 क्विंटल घी मुख्य सामग्री रहेगी। इसके अलावा बड़ी मात्रा में नारियल का उपयोग होगा। इस प्रकार करीब तीन सौ क्विंटल सामग्री का हवन में उपयोग होगा।

जुटेंगे देशभर के साधु-संत

श्री रामानंदी विरक्त मंडल समाज सुधार परिषद, जयपुर के अध्यक्ष सियाराम दास महाराज ने बताया कि करीब एक माह चलने वाले अनुष्ठान में चित्रकूट, अयोध्या, प्रयागराज, वृंदावन, हरिद्वार, अरुणाचल प्रदेश, नेपाल के जनकपुर, नैमिषारण्य सौराष्ट्र, गुजरात, रामेश्वरम् सहित देश के सभी बड़े तीर्थों से करीब एक हजार साधु-संत यज्ञ में पधारेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश/संदीप