सतना में संक्रमित रक्त चढ़ाने के प्रकरण में ब्लड बैंक प्रभारी डॉक्टर और लैब टेक्निशियन निलंबित

 


भोपाल, 19 दिसम्बर (हि.स.)। मध्‍य प्रदेश के सतना जिले में संक्रमित रक्त चढ़ाने के गंभीर प्रकरण में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा कड़ी कार्रवाई की गई है। यह कार्रवाई सीईओ आयुष्मान भारत डॉ. योगेश भरसट की अध्यक्षता में गठित सात सदस्यीय जांच समिति की प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर की गई है। बता दें कि राज्य स्तरीय समिति का गठन डॉ. योगेश भरसट (आईएएस), संचालक, राज्य रक्ताधान परिषद (एसबीटीएस) की अध्यक्षता में दिनांक 16 दिसम्बर को किया गया था। समिति की प्रीलिमिनरी रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की गई है।

जनसंपर्क अधिकारी अंकुश मिश्रा ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि इस मामले में प्राथमिक जांच के निष्कर्षों के आधार पर जिला चिकित्सालय सतना के ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. देवेन्द्र पटेल और दो लैब टेक्नीशियन राम भाई त्रिपाठी तथा नंदलाल पांडे को निलंबित किया गया है। इसके अतिरिक्त, जिला चिकित्सालय सतना के पूर्व सिविल सर्जन डॉ. मनोज शुक्ला को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया है। उन्हें जारी सूचना पत्र के संदर्भ में लिखित स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। स्पष्टीकरण समाधानकारक न होने की स्थिति में उनके विरुद्ध कड़ी विभागीय कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

यह है मामला

दरअसल, सतना जिला अस्पताल में थैलेसीमिया से पीड़ित पांच बच्चों को ब्लड ट्रांसफ्यूजन के दौरान बड़ी लापरवाही बरती गई। सिस्टम की अनदेखी के चलते बच्चों को जांच नहीं किए गए रक्त चढ़ा दिया गया। बाद में पता चला कि यह रक्त एसआईवी संक्रमित था। घटना के बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया और तुरंत कार्रवाई शुरू की गई।

हिन्दुस्थान समाचार / उम्मेद सिंह रावत