श्योपुरः जिलाधीश ने मध्यान्ह भोजन में लापरवाही बरतने वाले एनआरएलएम के कार्डिनेटर को किया बर्खाश्त

 


श्योपुर, 17 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में जिलाधीश अर्पित वर्मा द्वारा सतत रूप से किये गये चार निरीक्षणों ने जिले की शिक्षा व्यवस्था एवं मध्यान्ह भोजन में बरती जा रही घोर लापरवाही को हकीकत को सामने लाकर रख दिया है। लापरवाही ऐसी जिसके एवज में निलंबन और बर्खाश्त की सजा भी कम है, हालांकि जिलाधीश ने कहा है कि यदि जरूरत पड़ी तो बच्चों के निवाले के साथ खिलवाड़ करने वाले दोषियों को जेल की हवा तक खानी पड़ सकती है।

बुधवार को जिलाधीश अर्पित वर्मा द्वारा किये गये विजयपुर क्षेत्र के भ्रमण के दौरान मध्यान्ह भोजन का ऐसा कारनामा सामने आया है, जिसने मध्यान्ह भोजन की वह सच्चाई सामने लाकर रख दी है, जिसमें मासूमों को जानवरों से बदत्तर भोजन परोसा जा रहा था। यह हकीकत जिलाधीश को कदवई व मगरदेह क्षेत्र के आंगनबाड़ी केन्द्रों के निरीक्षण के दौरान सामने आई। यहां भोजन व्यवस्था की जानकारी लेने पर पता चला कि भोजन विजयपुर में तैयार होता है, जिसे विजयपुर से 47 किमी दूर मोटर साइकिल पर एक टंकी में सब्जी भरकर और एक तरफ कट्टे में रोटियां भरकर सप्लाई किया जाता है। हालात यह होती है कि जब तक मध्यान्ह भोजन मसूमों की थाली तक पहुंचता है, रोटियों से पसीने के बदबू आने लगती है। इस स्थिति को देखकर जिलाधीश अर्पित वर्मा ने विजयपुर में समूहों का कार्य देखने वाले एनआरएलएम के कॉर्डिनेटर बृजेश शर्मा को बर्खाश्त करने की कार्यवाही की है। यह वही व्यक्ति है, जिन पर पूर्व में समूहों को करोडों रूपये का घोटाला करने के आरोप लगाये जा चुके हैं। दुर्भाग्य की बात तो यह है कि संबंधित विभागीय अधिकारियों ने उक्त दोषी व्यक्ति के हाथों में ही मध्यान्ह भोजन के रूप में मासूमों के निवाले की जिम्मेदारी सौंप रखी थी। भ्रमण कार्यक्रम के दौरान जिलाधीश ने विजयपुर विकासखंड के कदवाई, मगरदह, उमरीकलां का भ्रमण कर कर आंगनबाड़ी केंद्रों, स्कूलों, उप स्वास्थ्य केंद्रों, पीडीएस दुकानों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।

मध्यान्ह भोजन मामले की जिपं सीईओ को सौंपी जांच

विजयपुर से कदवई व मगरदेह क्षेत्र के आंगनबाड़ी केन्द्रों में मध्यान्ह भोजन सप्लाई करने के मामले पर जिलाधीश अर्पित वर्मा ने मध्यान्ह भोजन प्रभारी को बर्खाश्त करने के साथ ही कड़ी नाराजगी व्यक्त की है। साथ ही इस पूरे प्रकरण की विस्तृत रूप से जांच करने निर्देश जिला पंचायत सीईओ सौम्या आनंद को दिये हैं। जिलाधीश ने स्पष्ट रूप से कहा है कि विस्तृत जांच के बाद इस मामले में दोषियों के विरुद्ध एफआईआर भी कराई जाएगी।

सुपरवाईजर व सीडीपीओ को किया निलंबित

विजयपुर क्षेत्र के भ्रमण के दौरान कदवई, मगरदेह क्षेत्र की आंगनबाड़ियों में बच्चों के अनुपस्थित पाए जाने, आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन नियमित रूप से नहीं किये जाने एवं केन्द्रों के संचालन में लापरवाही बरतने पर संबंधित क्षेत्र की सेक्टर सुपरवाइजर रमा माहौर एवं सीडीपीओ ज्योति चुतर्वेदी को निलंबित करने के निर्देश दिए गए। इस मामले में उचित माँनिटरिंग नहीं करने के चलते महिला बाल विकास अधिकारी महेंद्र कुमार अम्ब को भी कारण बताओ नोटिस जारी करने की कार्यवाही की गई।

आश्रम अधीक्षक को हटाने के निर्देश

विजयपुर क्षेत्र के भ्रमण कार्यक्रम के दौरान जिलाधीश अर्पित वर्मा द्वारा ग्राम उमरी कलां में शासकीय अनुसूचित जनजातिय बालक आश्रम का निरीक्षण किया गया तथा अव्यवस्थाएं पाए जाने पर अधीक्षक संजय सिंह धाकड़ को अधीक्षिकीय कार्य से मुक्त करने के निर्देश दिए गए। 50 सीटर बालक आश्रम में निरीक्षण के दौरान 36 बच्चे उपस्थित पाए गए।

शिक्षा से जुड़े कार्य में लापरवाही बरतने वाले अमले को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। शासन की योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ हितग्राहियों तक पहुंचना चाहिए। यदि आवश्यकता पड़ी तो दोषियों के विरूद्ध प्राथमिकी भी दर्ज कराई जाएगी।

अर्पित वर्मा, जिलाधीश, श्योपुर

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रशांत वैष्‍णव