छतरपुर: जिल के चार तालाबों का 6 करोड़ रुपये की लागत से होगा कायाकल्प
छतरपुर, 6 मई (हि.स.)। शहर के रियासतकालीन तालाबों की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है। किसी समय शहर में पानी की विकराल समस्या सामने आयी होगी, तभी तत्कालीन रियासत ने तालाबों का निर्माण कराया गया होगा लेकिन इन प्राचीन धरोहरों को सहेजने के बजाय जिम्मेदार लोग कब्जा कराने में जुटे हैं। तालाबों के सौंदर्यीकरण की रूपरेखा तय हुई है। छह करोड़ रुपये की लागत से चार तालाबों की सूरत बदलने की बात सामने आयी है, जिसमें दो तालाबों का सौंदर्यीकरण अमृत परियोजना-2 के माध्यम से और दो तालाबों को नगर पालिका अपने बजट से दुरूस्त करेगी।
जानकारी के मुताबिक अमृत परियोजना के दूसरे फेज के तहत तीन करोड़ की लागत से संकट मोचन तालाब एवं ग्वाल मंगरा तालाब का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। नगर पालिका की सीएमओ माधुरी शर्मा और बैंगलोर के विशेषज्ञ आनंद मलिगवाद ने इन दोनों तालाबों का निरीक्षण किया। सीएमओ माधुरी शर्मा ने बताया कि सभी जगह वाटर बोडिज के वाटर कंजर्वेशन में जो काम होना है उसके तहत दो तालाबों को लिया गया है जिसमें ग्वाल मंगरा एवं संकट मोचन तालाब शामिल है। इसके अलावा निकाय की ओर से किशोर सागर तालाब एवं विंध्ववासिनी तलैया में भी तीन करोड़ से काम किया जाएगा। कलेक्टर के मार्गदर्शन में यह पूरा कार्य होगा। उन्होंने बताया कि लिगमेन ऑफ इंडिया आनंद मलिगवाद को बुलाकर उनके सुझाव लिए गए हैं और ये सुझाव डीपीआर में शामिल होंगे। आचार संहिता खत्म होने के बाद भी इन तालाबों में कार्य शुरू होगा।
हिन्दुस्थान समाचार/सौरभ भटनागर/मुकेश