मंदसौर : स्कूटी पर नहीं घुमाया तो नाराज होकर छोडकर चली गई थी पत्नी, लोक अदालत में एक हुए
मंदसौर, 14 सितंबर (हि.स.)। नेशनल लोक अदालत में रोचक मामला सामने आया है। पति-पत्नी के आपसी विवाद में गंगाचरण दुबे की कोर्ट के निर्देश पर पति ने रूठी पत्नी को उसके पसंदीदा कलर वाले स्कूटर पर बैठाकर घुमाया और स्कूटर का रजिस्ट्रेशन पत्नी के नाम किया। इसके बाद वर्षों से रूठी पत्नी खुश हो गई और पति के साथ अपने पसंदीदा स्कूटर पर बैठकर घर रवाना हुई।
दरअसल, मन्दसौर निवासी प्रज्ञा (परिवर्तित नाम) का विवाह 29 अप्रैल 2021 को नीमच के मनोज से हुआ था। दोनों के एक बेटी भी हुई। इसके कुछ दिनों पति पत्नी के बीच विवाद हुआ तो पत्नी मायके चली गई । पति लेने गया तो मायके पक्ष के लोगो ने विवाद कर उसे भगा दिया। इसके बाद पति मनोज ने कोर्ट में तलाक के लिए अर्जी लगाई। कोर्ट ने दोनों की काउंसिलिंग की तो पता चला कि दोनों पति पत्नी एक कपड़े की दुकान पर काम करते थे। दोनों ने मिलकर अपनी सेविंग से एक पर्पल कलर की स्कूटी खरीदी थी। हालांकि, पति अकेला स्कूटी लेकर काम पर चला जाता और पत्नी को आॅटो या पैदल चलकर काम पर जाना पड़ता है।
इसी वजह से दोनों के बीच में मन मुटाव से झगड़ा शुरू हो गया पत्नी रूठकर मायके चली गई और कई बार पति के मानने के बाद भी नहीं मानी। कोर्ट ने पति से पूछा कि स्कूटर का कलर किसके पसंद का था। इस पर पति ने पत्नी की तरफ इशारा किया। इसके बाद कोर्ट ने पति को स्कूटर पर पत्नी वो बिठाकर घुमाकर लाने और स्कूटर का रजिस्ट्रेशन पत्नी के नाम करवाने को कहा। इससे रूठी पत्नी खुश हो गई और गिले-शिकवे भुलाकर पति के साथ रहने को तैयार हो गई।
एक और मामले में एक महिला ने उसके पति वह ससुराल वालों के विरुद्ध धारा 125 जा.फो. व घरेलू हिंसा का प्रकरण दर्ज किया गया। जिसमें महिला के पति को पहले ही पेशी का नोटिस जारी हुआ और एक माह में दोनों का आपसी राजीनामा कर मिलन हुआ। दोनों पति-पत्नी अपने उक्त राजीनामा से बहुत खुश थे वह अपनी दोनों लड़कियों के साथ खुशी-खुशी घर गए, न्यायालय में प्रधान न्यायाधीश मंदसौर गंगा चरण दुबे द्वारा राजीनामा सफल करने में काफी सहयोग रहा।
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हिन्दुस्थान समाचार / अशोक झलोया