लोकसभा चुनावः ग्वालियर में विधानसभा क्षेत्रवार हुआ मतदान दलों का निर्धारण
- प्रेक्षक कृष्णा आदित्य की मौजूदगी में हुई रेंडमाइजेशन की कार्यवाही
ग्वालियर, 24 अप्रैल (हि.स.)। जिले में लोकसभा निर्वाचन कार्यक्रम के तहत मतदान सम्पन्न कराने के लिये बुधवार को मतदान दलों का द्वितीय रेंडमाइजेशन किया गया। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर के जरिए प्रेक्षक कृष्णा आदित्य की मौजूदगी में मतदान दलों का विधानसभा क्षेत्रवार रेंडमाइजेशन किया गया। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी रुचिका चौहान भी इस अवसर पर मौजूद थीं।
मतदान दलों के द्वितीय चरण के रेंडमाइजेशन के बाद अब किस विधानसभा क्षेत्र में कौन से मतदान दल चुनाव कराएंगे, यह तय हो गया है। लेकिन कौन सा मतदान दल किस मतदान केन्द्र पर मतदान संपादित कराएगा, इसका फैसला तृतीय चरण के रेंडमाइजेशन के बाद होगा। कुल मतदान केन्द्रों के हिसाब से 10 प्रतिशत ज्यादा मतदान दलों का रेंडमाइजेशन बुधवार को किया गया। ज्ञात हो कि जिले में कुल 1680 मतदान केन्द्र हैं। इनसे 10 प्रतिशत ज्यादा अर्थात 1848 मतदान दलों का रेंडमाइजेशन हुआ है।
रेंडमाइजेशन के दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं मतदान दल गठन के नोडल अधिकारी विवेक कुमार, उप जिला निर्वाचन अधिकारी संजीव जैन तथा अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे। रेण्डमाइजेशन की कार्यवाही एनआईसी की सूचना विज्ञान अधिकारी अभिलाषा व तृप्ति निगम द्वारा संपादित की गई।
प्रेक्षक कृष्णा आदित्य ने क्रिटिकल मतदान केन्द्रों का किया निरीक्षण
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा ग्वालियर संसदीय क्षेत्र में चुनाव पर निगरानी रखने के लिए नियुक्त सामान्य प्रेक्षक कृष्णा आदित्य ने बुधवार को भितरवार विधानसभा क्षेत्र में स्थित क्रिटिकल मतदान केन्द्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने इन मतदान केन्द्रों पर स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव सम्पन्न कराने के लिये की जा रही तैयारियों की वस्तुस्थिति जानी। इस अवसर पर भितरवार एसडीएम डीएन सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी उनके साथ थे।
निर्वाचन प्रेक्षक कृष्णा आदित्य ने भितरवार विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम अमरौल, ररूआ, चीनौर एवं बनवार में स्थित क्रिटिकल मतदान केन्द्रों का जायजा लिया। उन्होंने इस अवसर पर मौजूद एसडीएम एवं एआरओ डीएन सिंह सहित सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का पालन कर क्रिटिकल मतदान केन्द्रों पर विशेष इंतजाम किए जाएँ। साथ ही इन मतदान केन्द्रों से जुड़े मतदाताओं को विश्वास दिलाएँ कि वे निर्भीक होकर अपने मताधिकार का उपयोग करें। प्रशासन और पुलिस उनकी सुरक्षा के लिये पूरी तरह मुस्तैद है।
हिन्दुस्थान समाचार/मुकेश