भारतीय सेनाओं के पराक्रम की स्मृति है विजय दिवसः बिग्रेडियर अरुण नायर

 


- सेना मेडल पूर्व सैनिकों के पुर्नवास के लिए विभाग में हो रहे नवाचार

भोपाल, 16 दिसंबर (हि.स.)। विजय दिवस भारतीय सेनाओं के युद्ध की वह सुखद स्मृति है, जिसने इतिहास रचा और भूगोल बदल डाला। तीन से 16 दिसम्बर 1971 तक हुए भारत-पाक युद्ध में भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तानी सेना को अपने पराक्रम का लोहा मनवाने के लिए मजबूर कर दिया। इसी दिन पाकिस्तान के 93 हजार सैनिकों ने आत्म समर्पण किया और एक नये राष्ट्र बांग्लादेश का उदय भी हुआ।

यह बात मप्र सैनिक कल्याण सेना मेडल के संचालक बिग्रेडियर अरुण नायर ने शनिवार को जिला सैनिक कल्याण कार्यालय के सभागार में आयोजित विजय दिवस कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि 1971 के युद्ध में शामिल सैन्य कार्मिकों का सम्मान करना हर देशवासी के लिए गर्व की बात है। विजय दिवस को भारतीय सेनाओं के पराक्रम की स्मृति बताते हुए कहा कि हमारी सेनाएं देश और देशवासियों की सुरक्षा का विश्वास है। सेना की उपस्थिति हम सभी को सुरक्षा के प्रति निश्चचिंता का भरोसा दिलाती है।

बिग्रेडियर नायर ने कहा कि पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए विभाग द्वारा कई नवाचार किये जा रहे हैं, ताकि उन्हें पंजीयन करवाने तथा योजनाओं का लाभ लेने के लिए परेशान न होना पड़े। उन्होने बताया कि पूर्व सैनिकों के लिए संचालित योजनाओं में धनराशि की बढोत्तरी भी की गई है ताकि वह आर्थिक रूप से मजबूत हो सकें। उन्होंने कहा कि भारत-पाक युद्ध के दौरान पूरा देश सेना के साथ था क्योंकि सेना हमारी ताकत, हिम्मत और स्वाभिमान हैं। आज की युवा पीढी का लक्ष्य ईमानदारी, वफादारी और देश-भक्ति होना जरूरी है।

1971 के युद्ध पर आधारित एक चलचित्र का प्रदर्शन किया जिसमें 52 वर्ष पूर्व हुए भारत-पाक युद्ध के रणबाकुरों और युद्ध की पृष्ठभूमि पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। उपस्थित जनसमुदाय द्वारा 1971 के युद्ध में शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई तथा राष्ट्रगान के साथ विजय दिवस का आयोजन सम्पन्न हुआ।

इस अवसर पर निर्मला शर्मा माताजी केप्टन देवाशीष शर्मा कीर्तिचक्र, बिग्रेडियर प्रवीण गोस्वामी, कर्नल एस कुमार, कर्नल एस०सी० दीक्षित, कर्नल प्रणव मिश्रा, कर्नल दिनेश चन्द गोयल, ले० कर्नल आर०एस०वी० रणनवरे, आनरेरी केप्टन शंकर सिंह, हवलदार ग्रीश चन्द्र, हवलदार ओ०पी० गुजराती, सहित सेवारत, सेवानिवृत्त सैन्यकार्मिक उनके परिवारजन, मीडिया प्रतिनिधि तथा आम नागरिक उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश