मंदसौरः उपाध्याय पियुष विजयजी म.सा. का हुआ देवलोकगमन, चकडोल यात्रा निकली
मन्दसौर, 20 अगस्त (हि.स.)। उपाध्याय प्रवर, वागड़ सम्राट पियुषविजयजी म.सा. का मंगलवार को चन्द्रपुरा मेन रोड़ स्थित श्री आर्यरक्षित सूरि जैन तीर्थ धाम में काल धर्म (देवलोक गमन) हो गया। उनके देवलोकगमन के पश्चात आर्यरक्षित सूरि जैन तीर्थ धाम ट्रस्ट, श्री जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ के द्वारा संतश्री की चकडोल यात्रा निकाली गई। यह चकडोल यात्रा आर्यरक्षित सूरि जैन तीर्थ धाम से प्रारंभ होकर पशुपतिनाथ नई पुलिया, धानमण्डी, घण्टाघर, कालिदास मार्ग, पं. नेहरू बस स्टेण्ड, कैलाश मार्ग होते हुए मुक्तिधाम स्थल पर पहुंची। यहां अग्नि संस्कार की बोली लेने वाले लाभार्थी परिवार धीरेन्द्र कुमार नटवरलालजी गांधी व्होरा गुजरात ने संतश्री की देह को अग्नि को समर्पित किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में मंदसौर व गुजरात से आये संतश्री के भक्तजन एवं नगर के गणमान्य नागरिकगण भी उपस्थित थे।
आर्यरक्षित जैन तीर्थधाम में लगी बोलिया- संतश्री के कालधर्म के पश्चात् बड़ी संख्या में जैन समाज के धमार्लुजन आर्यरक्षित सूरी जैन तीर्थ धाम पर एकत्रित हुए। इस वर्ष संतश्री का चातुर्मास यहीं हो रहा था। संतश्री के देवलोकगमन के पश्चात् मूर्तिपूजक आम्नाय की परम्परानुसार अग्नि संस्कार सहित कई बोलियां यहां लगाई गई जिसका धर्मलाभ कई परिवारों द्वारा लिया गया।
हिन्दुस्थान समाचार / अशोक झलोया / मुकेश तोमर