उज्जैनः कालभैरव मंदिर के बाहर फूल-प्रसाद बेचने वालों ने की मुंबई की फैमिली से मारपीट
- सुप्रीम कोर्ट के वकील का सिर फोड़ा, महिला के बाल खींचे, बच्चियों से छेड़खानी की
उज्जैन, 31 मार्च (हि.स.)। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन स्थित काल भैरव मंदिर के बाहर रविवार को सुप्रीम कोर्ट के वकील और उनके परिवार के साथ फूल-प्रसाद बेचने वालों ने जमकर मारपीट की। प्रसाद नहीं खरीदने पर दुकानदार और उसके साथी मुंबई के इस परिवार पर टूट पड़े। वकील का सिर फोड़ दिया। परिवार की महिला को बाल पकड़कर खींचा। बच्चियों से भी छेड़खानी की। हमले में घायल तीन लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामले में पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ गंभीर धारा में केस दर्ज किया है। वहीं, प्रशासन ने दोपहर बाद अवैध रूप से लगी गुमटियों व फूल प्रसाद बेच रहे लोगों को वहां से हटा दिया।
भैरवगढ़ थाना पुलिस ने बताया कि एडवोकेट अमरदीप (46) पुत्र रमेश भट्टाचार्य निवासी मुंबई, अपनी पत्नी शैलजा, भाई ऋषिकेश, भाभी अनुपमा व बच्चे जीत, युवराज, नेत्रा, स्विता के साथ उज्जैन दर्शन करने के लिए आए थे। वे रविवार सुबह भगवान महाकाल की भस्म आरती के पश्चात सपरिवार कालभैरव के दर्शन करने के लिए मैजिक वाहन चालक कमल कुमार के साथ गए थे। जहां पार्किंग में वाहन रखकर सभी ने प्रसाद खरीदा और दर्शन करने चले गए।
अमरदीप के वापस लौटने पर फूल-प्रसाद बेचने वाला राजा मालवीय व उसके साथी कमल कुमार से विवाद करने लगे कि उन्होंने राजा से फूल-प्रसाद क्यों नहीं लिया। इसके एवज में 200 रुपये की मांग करने लगे। अमरदीप और उसके भाई ने बीच-बचाव कर रुपये देने से इंकार किया तो राजा व उसके साथी अभद्रता करने लगे और उन्हें घेर लिया। राजा व उसके साथियों ने अमरदीप, ऋषिकेश व नाबालिग बच्चों के साथ मारपीट की। आरोपितों ने दोनों भाइयों के सिर पर लोहे की राड मार दी, जिससे सिर में गंभीर चोट लगी है। उपचार के लिए उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा का कहना है कि आरोपित राजा मालवीय व उसके साथ साथियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। वहीं कलेक्टर नीरज सिंह को भी इस संबंध में सूचना दी गई है कि काल भैरव मंदिर क्षेत्र में अवैध दुकान संचालित करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए राजस्व की टीम को भेजा जाए।
आए दिन श्रद्धालुओं से करते हैं अभद्रता
फूल-प्रसाद बेचने वाले अवैध रूप से मदिरा का भी विक्रय करते हैं। आए दिन श्रद्धालुओं से पार्किंग व प्रसाद लेने को विवाद करते रहते हैं। साथ ही उनकी दुकान से प्रसाद लेने के लिए दबाव भी बनाते हैं। कई बार तो श्रद्धालु के वाहन से उतरते ही पकड़कर अपनी दुकान पर लेकर चले जाते हैं। श्रद्धालु के मना करने पर अभद्रता एवं मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। पुलिस भी इन पर कोई कार्रवाई नहीं करती है। मंदिर के बाहर ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी केवल मूकदर्शक बनकर खड़े रहते हैं
जेसीबी से हटाई अवैध गुमटियां
कालभैरव मंदिर में रविवार को हुए घटनाक्रम के बाद प्रशासन हरकत में आया। दोपहर बाद नगर निगम व प्रशासन की टीम ने मंदिर के बाहर अवैध रूप से हार फूल बेच रहे लोगों पर कार्रवाई की। जेसीबी की मदद से अवैध गुमटियों को हटा दिया गया। कार्रवाई के दौरान प्रशासनिक अधिकारी व भारी संख्या में पुलिस बल तैनात था।
धर्मनगरी उज्जैन में प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु देश विदेश से भगवान महाकालेश्वर, मां हरसिद्धि, मंगलनाथ, कालभैरव सहित अन्य मंदिरों के दर्शन करने पहुंचते हैं। प्रदेश सरकार सुलभ दर्शन व तीर्थयात्रियों की सुविधाओं को और बढ़ाने में लगी है। हर संभव जतन किए जा रहे हैं, लेकिन श्रद्धालुओं से मारपीट के कारण उज्जैन की छवि धूमिल हो रही है। तीन दिन पूर्व भी महाकालेश्वर मंदिर में सुरक्षाकर्मियों ने श्रद्धालु से मारपीट की थी। इसके पूर्व भी महाकालेश्वर मंदिर में सुरक्षाकर्मियों द्वारा श्रद्धालुओं से अभद्रता की शिकायतें मिल चुकी हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/प्रभात