मंदसौर: नारकोटिक्स अधिकारियों से परेशान युवक ने की आत्महत्या, अति पुलिस अधीक्षक ने आश्वासन के बाद हुआ अंतिम संस्कार
मंदसौर, 5 फरवरी (हि.स.)। युवक द्वारा आत्महत्या करने के मामले में केन्द्रीय नारकोटिक्स विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर करणी सेना प्रदेश अध्यक्ष जीवनसिंह शेरपुर व अन्य सदस्यों एवं परिजनो ने सोमवार को नाहरगढ थाने का घेराव कर दिया। थाने के सामने शव को रखकर धरने पर बैठ गए और नारेबाजी की। इस दौरान पुलिस अधिकारियों व प्रदर्शनकारियों के बीच काफी बहस भी हुई। करीब 4 घंटे तक चले धरने के बाद पुलिस अधिकारियों ने युवक को परेशान करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। तब जाकर धरना हटा।
जानकारी के अनुसार नाहरगढ़ थाना क्षेत्र के गांव बाजखेड़ी के युवक कृष्णपालसिंह पुत्र रुघनाथसिंह राठौर ने सोमवार को प्रातः 5 बजे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। युवक की आत्महत्या से परिजन आक्रोशित हो गए, परिजनों का आरोप है कि गरोठ केन्द्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के अधिकारी कृष्णपालसिंह को परेशान कर रहे थे, इसी कारण उसने पेड पर फन्दा बनाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के बाद परिजनों, ग्रामीणों, समाजजनों व किसानों ने विरोध करते हुए शव को पीएम कराने के बजाए नाहरगढ़ पुलिस थाने के सामने रख प्रदर्शन शुरु कर दिया। इसमें करणी सेना प्रदेश अध्यक्ष जीवनसिंह शेरपुर, पूर्व कांग्रेस नेता श्यामलाल जोकचन्द भी शामिल रहे। धरने की सूचना पर एएसपी गौतमसिंह सोलंकी सहित जिले के अन्य थानों के प्रभारी व पुलिस बल भी पहुंचा। अधिकारियों ने धरना हटाने की कहा, लेकिन विरोध कर रहे शेरपुर, जोकचन्द व परिजनों की मांग थी कि युवक को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने वाले नारकोटिक्स अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए। बाद में पुलिस अधिकारियों ने युवक को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के मामले में दोषी नारकोटिक्स अधिकारियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया तब जाकर शाम 4 बजे धरना हटाया व शव को पीएम के लिए भिजवाया।
मामले में एएसपी गौतम सोलंकी का कहना है पुलिस ने मर्ग कायम कर मामला जांच में लिया है। परिजनों के बयान लिए जाएंगे, उसके बाद जो भी दोषी होगा कार्रवाई की जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार/अशोक झलौया/मुकेश