बुंदेलखंड को हम सब मिलकर बनाएंगे औद्योगिक हबः मुख्यमंत्री डॉ. यादव

 


- मुख्यमंत्री ने सागर में की कानून व्यवस्था और विकास कार्यों की संभागीय समीक्षा

भोपाल, 20 जनवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुंदेलखंड को औद्योगिक हब के रूप में विकसित करने के लिए जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को समन्वयपूर्वक कार्य करने की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि हम सबके समन्वित प्रयासों से ही बुन्देलखण्ड औद्योगिक हब के रूप में विकसित होगा।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव शनिवार को सागर में संभागीय समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि औद्योगिक रूप में विकसित करने पर क्षेत्र में अधिक से अधिक रोजगार सृजित होंगे और अधिकतम लोगों को रोजगार के अवसर सुलभ होंगे। उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारियों को अपने-अपने जिलों में शराब की बिक्री और जुएं-सट्टे पर सख्ती से कार्रवाई के निर्देश दिये।

मुख्यमंत्री ने बैठक में सागर संभाग की कानून एवं व्यवस्था तथा विकास कार्यो की विस्तार से समीक्षा की। इस अवसर पर उन्होंने निर्देशित किया कि सभी कलेक्टर जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय बनाकर अपने-अपने जिले के विकास की कार्य योजना तैयार करें। उन्होंने कहा कि सागर में आगामी जून माह से राज्य स्तर का विश्वविद्यालय प्रारंभ होगा, जिससे सभी नजदीकी कॉलेज संबंध्द होंगे। कॉलेज अपने-अपने स्तर पर रोजगारमूलक विषय प्रारंभ करेगें, जिससे शिक्षा के साथ रोजगार के अवसर भी मिल सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी कलेक्टर एवं जनप्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्र में जनहित में जो भी कार्य आवश्यक है, उनको प्राथमिकता के साथ पूरा करें और नागरिकों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने में लगातार प्रयास करें।

उन्होंने निर्देशित किया कि ध्वनि विस्तारक यंत्रों के उपयोग में शासन की गाइड लाइन के आधार पर ही अनुमति दी जाएं। उन्होंने कहा कि बैंडबाजा वालों को प्रोत्साहन देने के लिए उनकी प्रतियोगिताएं कराएं। डीजे वालों के लिए केवल दो बाक्स आधारित साउंड की अनुमति प्रदान की जाए। उन्होंने कहा कि मांस, मछली, अंडा का विक्रय कवर्ड परिसर में ही किया जाए। इसके लिए सभी का पंजीयन आवश्यक हो। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में मांस, मछली, अंडा का खुले में विक्रय न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने समीक्षा बैठक में ही सभी कलेक्टर एवं पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने जिले के विधायकों सहित अन्य जनप्रतिनिधियों को सम्मान दे तथा शिष्टाचार का निर्वहन करें। साथ ही उनके द्वारा बताए गए कार्यों को प्राथमिकता के साथ पूर्ण करें।

उन्होंने निर्देशित किया कि प्रधानमंत्री मोदी के हर व्यक्ति को योजना से लाभान्वित करने के सपने को साकार करने के लिये निकली विकसित भारत संकल्प यात्रा में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि विधायकों की कठिनाइयों के निराकरण के लिए सभी संभागों में दो-दो वरिष्ठ अधिकारियों को तैनात किया गया है। विधायकों की जो भी कठिनाई होगी, उसके निराकरण में वरिष्ठ अधिकारी सहयोग करेंगे। आपसी तालमेल से समस्याओं का हल किया जाए।

उन्होंने बताया कि केन बेतवा लिंक परियोजना का जल्द भूमि पूजन से शुभारंभ होगा। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि कलेक्टर विधायकों के साथ में जिलों में बैठक कर उनसे प्रस्ताव लेकर चर्चा करें। जनता की मांगों के अनुरूप प्रस्ताव तैयार कर योजनाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित करें।

बैठक में मुख्यमंत्री को केन्द्रीय सामाजिक न्याय, अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार, खाद्य मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार, लखन पटेल, धर्मेन्द्र सिंह लोधी, सांसदद्वय वीडी शर्मा, राजबहादुर सिंह, विधायकगण जयंत मलैया, बृजेंद्र प्रताप सिंह, शैलेंद्र जैन, प्रदीप लारिया, वीरेन्द्र सिंह लंबरदार, जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत, ललिता यादव सहित संभाग के सभी जिलों के विधायकों ने भी सुझाव दिए।

बैठक में अपर मुख्य सचिव एसएन मिश्रा, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव राघवेन्द्र कुमार सिंह, एडीजी संजीव शमी, संभागायुक्त डॉ. वीरेन्द्र सिंह रावत, आईजी प्रमोद वर्मा, डीआईजी सुनील कुमार जैन, डीआईजी ललित कुमार, सागर कलेक्टर दीपक आर्य, छतरपुर कलेक्टर संदीप जीआर, पन्ना कलेक्टर हरविंदर सिंह, दमोह कलेक्टर मंयक अग्रवाल, टीकमगढ कलेक्टर अवधेश शर्मा और निवाड़ी कलेक्टर अरूण विश्वकर्मा और सागर संभाग के सभी जिलों के पुलिस अधीक्षक उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश