उज्जैन : बाबा महाकाल की तीसरी सवारी निकली धूमधाम से
उज्जैन, 05 अगस्त (हि. स.)। श्री महाकालेश्वर की श्रावण,भाद्रपद माह में निकलने वाली सवारी के क्रम में तीसरी सवारी सोमवार को निकली। भगवान श्री महाकालेश्वर श्री चंद्रमौलेश्वर के रूप में पालकी में , हाथी पर मनमहेश के रूप में व गरूड़ रथ पर शिव-तांडव रूप में विराजित होकर अपनी प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकले।
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक एवं अपर कलेक्टर मृणाल मीना ने बताया कि श्री महाकालेश्वर भगवान की सवारी निकलने के पूर्व श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में भगवान श्री चन्द्रमोलेश्वर का विधिवत पूजन-अर्चन किया गया। पश्चात भगवान श्री चन्द्रमोलेश्वर पालकी में विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकले। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा भगवान को सलामी दी गई। पालकी के पीछे गजराज पर मन महेश और रथ पर सवार शिव तांडव दर्शन दे रहे थे।सवारी में 1500 वादकों का डमरू दल तथा पुलिस बेंड शामिल था। निमाड़ का काठी नृत्य आकर्षण का केंद्र रहा।
सवारी परंपरागत मार्ग महाकाल चौराहा, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार और कहारवाडी से होती हुई रामघाट पहुंची। यहॉ क्षिप्रा नदी के जल से भगवान का अभिषेक और पूजन-अर्चन किया गया। इसके बाद सवारी रामानुजकोट, मोढ की धर्मशाला, कार्तिक चौक,खाती का मंदिर, सत्यीनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार और गुदरी बाजार से होती हुई पुन: श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुची।
हिन्दुस्थान समाचार / ललित ज्वेल / राजू विश्वकर्मा