नई सरकार बनने के बाद तय होगी महाकाल की दर्शन व्यवस्था

 


उज्जैन, 30 नवंबर (हि.स.)। दुनिया भर में प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में नए साल में हर वर्ष श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। इस वर्ष भी 25 दिसंबर से 4 जनवरी तक आस्था उमड़ेगी। देश से हजारों श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन व श्री महाकाल महालोक को देखने के लिए आएंगे। श्रद्धालुओं के लिए दर्शन व्यवस्था लागू की जाना है। पर स्थिति ये है कि नई सरकार बनने के बाद ही इस व्यवस्था के बारे में तय हो सकेगा।

अधिकारी नई सरकार बनने के बाद ही दर्शन सहित अन्य व्यवस्थाएं तय करने की बात कह रहे हैं। मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में दर्शन व्यवस्था को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय हो सकते हैं। सशुल्क दर्शन का भी निर्णय लिए जा सकता है। चुनाव आचार संहिता खत्म होने के बाद मंदिर प्रबंध समिति की बैठक हो सकेगी। फिलहाल तो ये माना जा रहा है कि नए साल में श्रद्धालुओं को नंदी, गणेश व कार्तिकेय मंडपम से ही भगवान महाकाल के दर्शन कराए जाएंगे। श्रावण मास से गर्भगृह में आम श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद है।

हिन्दुस्थान समाचार/ केशव दुबे/नेहा