अनूपपुर: सूर्यदेव हुए उत्तरायण, नर्मदा नदी में हजारों श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी

 










अनूपपुर, 14 जनवरी (हि.स.)। नई फसल की कटाई तथा सूर्यदेव के दक्षिणायन से उत्तरायण की पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मकर संक्रांति का पावन पर्व रविवार को पूरे श्रद्धा व हर्षोउल्लास के आरम्भ हुआ। पवित्र नगरी अमरकंटक के नर्मदा सहित जिला मुख्यालय के सोन-तिपान नदी संगम पर श्रद्धालुओं ने नदियों में आस्था की डुबकी लगाई। जबकि राजेन्द्रग्राम, कोतमा, जैतहरी, राजनगर, बिजुरी सहित अन्य क्षेत्रों से गुजरती नर्मदा, सोन, जुहिला, तिपान, केवई सहित अन्य नदियों के नदीघाटों पर लोगों ने स्नानकर इष्टदेवों की विशेष पूजा अर्चना की। मकरसंक्रांत के अवसर पर जिले के अनेक स्थानों पर मेले का भी आयोजन किया गया।

उदयातिथि के अनुसार, मकर संक्रांति इस बार 15 जनवरी को मनाई जाएगी। इस दिन सूर्य रात 2 बजकर 54 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इसी वजह से लोगों में इस तिथि को लेकर असमंजस है। 15 जनवरी को सूर्य देव प्रातः 02 बजकर 54 मिनट पर धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। प्रातः 07:15 मिनट से सायं 06:21 मिनट तक मकर संक्रांति का पुण्यकाल रहेगा। इस अवधि में स्नान, दान-धर्म के कार्य बहुत ही शुभ माने जाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इसी त्योहार पर सूर्य देव अपने पुत्र शनि से मिलने के लिए आते हैं. सूर्य और शनि का सम्बन्ध इस पर्व से होने के कारण यह काफी महत्वपूर्ण हो जाता है। आम तौर पर शुक्र का उदय भी लगभग इसी समय होता है इसलिए यहां से शुभ कार्यों की शुरुआत होती है।

अमरकंटक में श्रद्धालुओं की भीड़

रविवार सुबह से नर्मदा कुंड और रामघाट में लोगों ने पहुंचकर इस पावन अवसर पर पवित्र नर्मदा के जल पर डुबकी लगाई, और तिल, गुड़ का दान गरीबों को किया। एसडीएम पुष्पराजगढ़ दीपक पाडेण्य ने बताया कि मकर सक्रांति के अवसर पर दोपहर तक 15 हजारों से अधिक श्रद्धालु अमरकंटक पहुंच मॉ नर्मदा कुडं में डुबकी लगा चुके हैं। मंदिर परिसर में जाने के लिए लंबी कतार मुख्य प्रवेश द्वार पर बनी हुई हैं। मंदिर के बाहर और मंदिर के अंदर दोनों तरफ हजारों लोगों की भीड़ बनी हुई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि दो वर्षो से मकर सक्रांति पर ऐसी भीड़ उमड़ी है। ठंड में कमी आने और पवित्र नदियों में स्नान के महत्व को देखते हुए मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ सहित विभिन्न राज्यों से बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचे हैं। दिन भर यहां लोगों के आने का सिलसिला बना हुआ है। यहां पहुंचकर लोगों ने पहले नर्मदा जल में डुबकी लगाई भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया फिर पूजन करने के बाद मंदिर परिसर में पहुंचकर गरीब परिवारों को अनाज, तिल, गुड़ सहित अन्य सामग्री दान में दी।

गोंगपा सम्मेलन में उमड़ा

गोंडवाना गणतंत्र पार्टी पिछले 19 साल से आयोजित किया जा रहा अखिल गोंगपा सम्मेलन 13 जनवरी से आरम्भ हुआ, जो 15 जनवरी को समाप्त होगा। इस गोंगपा सम्मेलन में गोंडी, धर्म, सांस्कृतिक, साहित्य सम्मेलन एवं फडापेन महापूजन समारोह आयोजित किए गए। जिसमें 13 जनवरी को युवा सम्मेलन, सांस्कृतिक कार्यक्रम, जनचेतना 14 जनवरी को गोंडी धर्म संसद, मातृ सम्मान, मातृ शक्ति महासम्मेलन, शोभायात्रा तथा 15 जनवरी को माई दर्शन और परिक्रमा जैसे कार्यक्रम सम्पन्न होंगे। इस दौरान हजारों की तादाद में प्रदेश सहित अन्य 10-12 प्रदेशों से आदिवासी परिवार सम्मेलन में पहुंचे। बताया जाता है कि इसमें दादा हीरा सिंह मरकाम (संस्थापक व राष्ट्रीय अध्यक्ष जीजीपी) का जन्म दिवस मनाने तथा गोंडी धर्म पर आधारित दीक्षा समारोह का कार्यक्रम भी आयोजित कराया जाता है। अमरकंटक में विशेष सुरक्षाबलों को तैनात कर पर्यटक पुलिस चौकी को चौकसी बरतने की हिदायत दी गई है। जबकि मुख्यलाय स्थित सोन-तिपान नदी संगम घाट पर आयोजित होने वाले मेले के लिए दर्जनभर जवानों को तैनात किया गया है।

मेले का हुआ आयोजन

मकर संक्रांति के अवसर पर अनूपपुर जिले की विभिन्न क्षेत्रों खासकर अमरकंटक में मेला जैसा माहौल बना हुआ है। जबकि जिला मुख्यालय अनूपपुर के सीतापुर गांव में सोन-तिपान संगम पर दो दिवसीय मेले, बरगंवा ग्राम पंचायत, सकरा ग्राम पंचायत सहित अन्य स्थानों पर भी मेले का आयोजन किया गया है।

कलेक्टर ने मकर संक्रांति पर्व के अवसर पर अमरकंटक आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ध्यान रखने तथा आवागमन को सामान्य रखने के लिए पार्किंग, बैरिकेड्स तथा अन्य व्यवस्थाओं के निर्देश दिए स्थानीय अधिकारियों ने व्यवस्थाओं एवं अमरकंटक क्षेत्र के विभिन्न स्थानों का भ्रमण कर मौके पर ही अधिकारियों को निर्देश एवं मुख्य नगरपालिका अधिकारी को समुचित साफ सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए मॉनिटरिंग के निर्देश दिए।

हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला/मुकेश