रानी अवंती बाई लोधी के आदर्शों से प्रेरणा ले समाज : मंत्री प्रहलाद पटेल

 


- रानी अवंती बाई लोधी की जयंती पर मनकेड़ी में किया पौधारोपण

भोपाल, 16 अगस्त (हि.स.)। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने अमर शहीद रानी अवंति बाई लोधी के पराक्रम को नमन करते हुए समाज को उनके आदर्शों से प्रेरणा लेने का आव्हान किया। उन्होने कहा कि क्षत्रीय लोधी समाज का समृद्ध इतिहास रहा है। नई पीढ़ी को इससे अवगत होना चाहिए। उन्होंने कहा कि रानी अवंति बाई लोधी ने सिद्धान्तों को लेकर अंग्रजों से लड़ाई लड़ी और दो बार अंग्रेज शासकों को पराजित किया।

मंत्री पटेल शुक्रवार को जबलपुर में अमर शहीद रानी अवंति बाई लोधी की 193वीं जन्म जयंती पर उनकी जन्म स्थली ग्राम मनकेडी (बरगी) में क्षत्रिय लोधी महासभा कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने रानी अवंति बाई लोधी उद्यान में पौधारोपण किया तथा रानी की प्रतिमा पर कर श्रद्धा सुमन अर्पित किये। इस मौके पर उन्होंने कहा कि क्षत्रिय लोधी समाज का इतिहास गौरवशाली परंपराओं से भरा पड़ा है। इस समाज ने राजा हृदय शाह से लेकर रानी अवंती बाई लोधी तक कई प्रतापी शासक और क्रांतिवीर इस देश को दिये हैं, जिन्होंने देश को अंग्रेजों की गुलामी से आजाद कराने में अपने अदम्य साहस और शौर्य का परिचय दिया।

मंत्री पटेल ने कहा कि समाज को अपने क्रांतिवीरों, आजादी की लड़ाई में योगदान देने वाले बलिदानियों को याद रखना चाहिए। अपने इतिहास और परम्पराओं को संजोने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस समाज को अपने इतिहास का पता नहीं होता, उसकी उम्र भी ज्यादा नहीं होती। यदि आपको अपनी सात पीढ़ियों का नहीं पता है तो आने वाली पीढ़ी भी आपको याद नहीं रखेगी।

उन्होंने अमर शहीद रानी अवंति बाई लोधी के बलिदान का जिक्र करते हुये कहा कि मात्र 26-27 वर्ष की उम्र में उन्होंने जिन आदर्शों और सिद्धांतों को लेकर अंग्रजों से लड़ाई लड़ी। आने वाली पीढ़ी को प्रेरणा लेनी चाहिये। उन्होंने कहा कि रानी अवंति बाई लोधी ने अपने राज्य की गरीब और आदिवासी जनता पर अंग्रेजों द्वारा थोपे गये मनमाने कर का विरोध किया। जबर्दस्ती वसूली के खिलाफ अंग्रजों से लड़ाई लड़ी। रानी ने अपने अदम्य साहस का परिचय देते हुये दो बार अंग्रेज सेना को पराजित किया और वीरगति को प्राप्त हुईं।

पटेल ने इस मौके पर समाज के इतिहास को जानने के लिये अनुसंधान करने पर जोर देते हुये कहा कि इतिहासकारों और लेखकों को चिन्हित करना होगा। उन्होंने समाज के ही प्रतिष्ठित व्यक्तियों, साहित्यकारों, कलाकारों, खिलाड़ियों, शिक्षकों, प्रशासनिक अधिकारियों, व्यावसायियों की पहचान कर उनका सम्मान करने की पंरपरा शुरू करना होगी। उन्होंने बच्चों खास तौर पर बेटियों को अच्छी शिक्षा देने, प्रकृति से प्रेम करने, पर्यावरण का सरंक्षण करने, समाज की कुरीतियों को दूर करने तथा एकजुट होकर समाज को मजबूत बनाने का आव्हान भी किया। यही रानी अवंति बाई लोधी को यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

रानी अवंति बाई लोधी के 193 वीं जन्म जयंती पर मंत्री पटेल ने एक पेड़ रानी अवंति बाई के नाम से पौधारोपण भी किया। कार्यक्रम को क्षत्रिय लोधी समाज के कार्यकारी अध्यक्ष कोक सिंह नवरिया, लोधी लोध समाज के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री जालम सिंह पटेल, विधायक प्रीतम सिंह लोधी, प्रहलाद लोधी एवं नीरज सिंह, रामसिया भारती, नगर परिषद पाटन के अध्यक्ष आचार्य जगेंद्र सिंह, शंकर महतो, तृप्ति सिंह ने भी संबोधित किया तथा अमर शहिद रानी अवंति बाई लोधी के शौर्य और पराक्रम का स्मरण करते हुये समाज के लोगों से उनके आदर्शों और सिद्धांतों से प्रेरणा लेने का आग्रह किया।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर / उम्मेद सिंह रावत