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छतरपुर, 16 फ़रवरी (हि.स.)। मध्यप्रदेश संस्कृति विभाग द्वारा संचालित साहित्य अकादमी , मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद् के तत्वाधान में 13 फरवरी 24 को पन्ना में श्री चित्रगुप्त मंदिर के सभागर में कार्यक्रम परम्परा के अन्तर्गत डॉ.नर्मदा प्रसाद गुप्त की स्मृति में व्याख्यान एवं रचना पाठ आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार डॉ .देव दत्त द्विवेदी (बड़ामलहरा ) एवं मंच संचालन डॉ सुरेश सौरभ ने किया।

साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे ने अतिथियों के स्वागत किया एवं कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डॉ.नर्मदा प्रसाद गुप्त जी का नाम बहुत बड़ा मै मानता हूँ। उन्होंने इस अंचल के लिए बड़ा काम किया है , उन्होंने अपने जीवन में तपस्या की तरह तय किया कि इस क्षेत्र की लोकांचल की बोली के लिए वो अपना सम्पूर्ण साहित्य जीवन समर्पित करेंगे। इसी आधार पर काम प्रारम्भ किया। लगातार बोली की सेवा में लगे रहे। यही कारण है कि यहाँ की वीर गाँथा एवं लोक अंचल की परम्पराएं इन सब को लेकर बहुत काम किया है।

डॉ.नर्मदा प्रसाद गुप्त के पुत्र प्रवीण गुप्त (छतरपुर ) ने उनके कृतित्व एवं व्यक्तिव पर विस्तार से प्रकाश डाला। व्याख्यान के पश्चात आमंत्रित कवियों का काव्य पाठ हुआ जिसमें पुखरायां से गीतकार संजीव कुलश्रेष्ठ , जबलपुर से सुश्री सुनीता पटेल, चित्रकूट से गीतकार पं.सुनील सौम्य , दमोह से हास्य व्यंग्य कवि नरेन्द्र अरजरिया , प्रयागराज से ओज कवि जय अवस्थी अजेय, पन्ना से हास्य व्यंग्य कवि सुशील वैभव ने काव्य पाठ किया। स्थानीय संयोजक डॉ.सुरेश सौरभ द्वारा नगर के काव्य प्रेमी श्रोताओं के प्रति आभार व्यक्त करने के साथ ही कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

हिन्दुस्थान समाचार/सौरभ भटनागर