राजगढ़ः महिलाओं ने बनाई मिट्टी की गणेश प्रतिमाएं, विक्रय 6 सितम्बर से
राजगढ़,4 सितम्बर (हि.स.)। भारतीय त्योहार शुद्वता और पवित्रता के प्रतीक है, इसलिए पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने अमृत जीवन ज्योति फाउन्डेशन की सदस्यायों ने मिट्टी और गौमाता के गोबर से भगवान श्रीगणपति की प्रतिमाएं निर्मित की है, जिसका विक्रय 6 सितम्बर शुक्रवार को सुबह 11 बजे पीपल चैराहा स्थित काली माता मंदिर के समीप स्टाॅल लगाकर किया जाएगा। संस्था की सदस्यायों ने बताया कि प्लास्टिक आफ पेरिस पानी में घुलनशील नही है,जिसमें अत्यंत जहरीले रसायन व अन्य सामग्रियां होती है, जो जल प्रदूषण को बढ़ावा देती है साथ ही प्लास्टिक आफ पेरिस व रासायनिक पदार्थों से निर्मित मूर्तियां पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचाती है।
संस्था की सदस्यायों ने नगरवासियों से आग्रह किया है कि गणेश चतुर्थी के अवसर पर मिट्टी या गोबर से निर्मित प्रतिमाएं ही स्थापित करें जिससे पर्यावरण संरक्षण एवं जल संरक्षण में सहयोग हो सके। संस्था की बहनों ने बताया कि पिछले वर्ष मिट्टी के माध्यम से प्रतीकात्मक स्वरुप 50 प्रतिमाओं का निर्माण किया गया था, इस साल 101 गणेण प्रतिमाएं मिट्टी व गोबर के मिश्रण से निर्मित की गई है, जिसका विक्रय 6 सितम्बर शुक्रवार को प्रातः 11 बजे से पीपल चैराहा स्थित काली माता मंदिर के समीप स्टाॅल लगाकर किया जाएगा। पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने वाली संस्था में अध्यक्ष रीना चैधरी, उपाध्यक्ष प्रीति गौतम, सचिव मंजू आर्य, सदस्य वर्षा मंगल, कंचन सोनी और रिंकू सुनेरी शामिल है।
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हिन्दुस्थान समाचार / मनोज पाठक