जबलपुर: कोर्ट के आदेश के बाद पूर्ण सुरक्षा में संवेदनशील क्षेत्रों से निकाली गई बजरंग दल की शौर्य यात्रा
जबलपुर, 27 दिसंबर (हि.स.)। विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल ने हाईकोर्ट के आदेश के बाद उन्ही क्षेत्रों से शहर में शौर्य यात्रा निकाली जिन्हें प्रशासन ने संवेदनशील कह कर पूर्व में अनुमति नहीं दी थी। यह शौर्ययात्रा निकालकर बजरंग दल ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया।
शनिवार दोपहर गोहलपुर क्षेत्र से शौर्य यात्रा की शुरुआत बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक किशन प्रजापत के नेतृत्व में हुई । यात्रा शहर के गोहलपुर, मोतीनाला, मछली मार्केट, मिलोनीगंज होते हुए अलग-अलग क्षेत्रों से गुजरी और गोहलपुर लेमा गार्डन में समाप्त हुई।
इस शौर्य यात्रा में बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक किशन प्रजापत सहित कई हिंदू नेता शामिल रहे । शौर्य यात्रा को लेकर पुलिस-प्रशासन ने भी तैयारी की थी हाईकोर्ट मेंं लगाए गए केस पर मिली सशर्त अनुमति के बाद विहिप बजरंग दल के कार्यकर्ताओ ने ये शौर्य यात्रा निकाली। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की 4 दिसंबर 2025 को प्रस्तावित शौर्य यात्रा को प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से अनुमति नहीं दी थी। अनुमति रद्द करने के पीछे यह वजह बताई गई थी कि जिन रास्तों से यह यात्रा निकालनी है वह संवेदनशील इलाका है।
बजरंग दल संयोजक सुमित सिंह ठाकुर ने प्रशासन पर आरोप लगाए थे कि जानबूझ कर कुछ क्षेत्रों को संवेदनशील करार दिया जा रहा है। बजरंग दल के संयोजक राहुल बर्मन ने हाईकोर्ट में यात्रा की अनुमति रद्द किए जाने के आदेश के खिलाफ याचिका दायर की थी।याचिका पर 16 दिसंबर 2025 को जस्टिस विशाल मिश्रा ने सुनवाई करते हुए सशर्त अनुमति के आदेश जारी किए। इसके बाद अधारताल अनुविभागीय दण्डाधिकारी ने 26 दिसंबर को यात्रा की अनुमति दी।
जिसके बाद गोहलपुर से शौर्य यात्रा निकाली गई इस शौर्य यात्रा में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के हजारों कार्यकर्ता हाथों में भगवा ध्वज लेकर चल रहे थे और जय श्री राम के नारे लगा रहे थे वहीं भाजपा नेता और कार्यकर्ता भी इसमें शामिल हुए यह शौर्य यात्रा उन्हीं मार्गों से निकली जिन्हें प्रशासन ने संवेदनशील बताते हुए यात्रा निकालने की अनुमति निरस्त कर दी थी।
बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक किशन प्रजापत ने प्रशासन द्वारा यात्रा की अनुमति निरस्त किए जाने को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया उन्होंने कहा कि ये सोचने का विषय है कि क्या अब भारत में हिंदुओं को यात्रा निकालने के लिए भी अनुमति लेनी पड़ेगी उन्होंने कहा कि चाहे कितनी भी चुनौतियां आ जाएं लेकिन बजरंग दल हिंदुओं को धर्मांतरण और संस्कृति की रक्षा जैसे मुद्दों पर जागरूक करता रहेगा, उन्होंने इसे हिंदुत्व की जीत करार दिया।
इस शौर्ययात्रा में किशन प्रजापत (केंद्र), विश्ववर्धन भट्ट (क्षेत्र संयोजक), विभाग मंत्री, विभाग संयोजक, जिला मंत्री/संयोजक, समस्त प्रखंड, खंड सहित हजारों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / विलोक पाठक