पानी के बहाव में फंसे 8 लोगों का किया गया रेस्क्यू

 


-मंदिर पर कथा कराने गए थे, बारिश के पानी के नाले में फंसे, रेस्क्यू कर 8 लोगों को निकाला गया

- आठ लोगों को पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू किया

- पोहरी के पास केदारेश्वर पर कथा कराने गए थे लोग

शिवपुरी, 4 अगस्त (हि.स.)। शिवपुरी जिले के पोहरी से 2 किलोमीटर दूर केदारेश्वर मंदिर पर कथा करने गए कुछ लोग यहां पर तेज बारिश के बाद नाले में आए पानी को उफान में फंस गए। देर शाम को इन फंसे हुए लोगों ने आसपास के लोगों को इसकी सूचना दी। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और एसडीआरएफ की टीम की मदद से नाले के पानी के उफान में फंसे 8 लोगों को बाहर निकाला गया। केदारेश्वर मंदिर के नजदीक नाले पर पानी के तेज बहाव के बीच फंसे यह लोग शिवपुरी शहर से कथा कराने के लिए गए थे तभी मंदिर से लौटते समय यह पानी के तेज बहाव में फंस गए। पोहरी से दो किलोमीटर दूर केदारेश्वर मंदिर प्रसिद्ध मंदिर है और यहां से कई लोगों की आस्था जुड़ी है इसलिए यह लोग यहां मंदिर पर कथा करने के लिए गए थे।

नेटवर्क नहीं मिलने पर चिल्लाकर मदद मांगी-

बताया गया है कि शिवपुरी शहर के फिजीकल थाने के पास रहने वाले अनिल खटीक, कमलागंज निवासी अरविंद खटीक, सोनम नामदेव, संजय खटीक, फतेहपुर निवासी रवि भार्गव, वल्लभ खटीक व अजय शाक्य शनिवार को कथा कराने के लिए पोहरी क्षेत्र के इस मंदिर केदारेश्वर धाम पर पहुंचे थे। इसी दौरान कथा कराने के बाद लौटते समय यह पानी के तेज बहाव में फंस गए। कथा कराने के लिए 8 लोग गए थे और लौटते समय रास्ते में पानी भर गया। नेटवर्क नहीं मिलने पर चिल्लाकर मदद मांगी। एक युवक ने बीएमओ को बताया और फिर एसडीओपी पुलिस तक इन लोगों के यहां पर फंसे होने की बात पहुंची। इसके बाद पोहरी के विधायक कैलाश कुशवाह ने भी एक वीडियो सोशल मीडिया पर जारी किया और प्रशासन से इनकी मदद की बात कही।

रेसक्यू कर निकाला गया-

पुलिस को सूचना मिलने के बाद पोहरी एसडीओपी सुरजीत सिंह भदौरिया अपनी टीम के साथ मौके पहुंचे। इसके बाद एसडीआरएफ की टीम नाव लेकर पहुंची और सभी 8 लोगों का रात 10 बजे रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाल लिया है। बताया जा रहा है कि जहां यह लोग फंसे से थे वह मंदिर ऊंचाई पर होने की वजह से सुरक्षित थे।

मंदिर पर है प्राकृतिक झरना-

बताया जाता है कि शिवपुरी जिले के पोहरी से 2 किमी दूर दो पहाड़ों के बीच यह केदारेश्वर मंदिर है। यहां पर 12 महीने प्राकृति झरना बहने से रास्ते में हल्का पानी भरा रहता है। जो कथा कराने के लिए गए थे तभी भी पानी कम था लेकिन देर शाम को बारिश के बाद यहां पर पानी का बहाव तेज हो गया। इस बीच यह लोग यहां पर फंस गए।

हिन्दुस्थान समाचार / रंजीत गुप्ता / राजू विश्वकर्मा