शिवपुरी: आंवला की उन्नत खेती पर शिवपुरी के किसान को मिला सम्मान
- उत्तर क्षेत्रीय किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी में रामगोपाल हुए सम्मानित
शिवपुरी, 9 फरवरी (हि.स.)। रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय झांसी में आयोजित होने वाले उत्तर क्षेत्रीय किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी में शिवपुरी जिले के प्रगतिशील किसान रामगोपाल गुप्ता को सम्मानित किया गया है।
प्रगतिशील कृषक रामगोपाल गुप्ता ग्राम भौती वि.ख. पिछोर के निवासी हैं। इन्हे आंवला की उन्नत खेती के लिए शॉल, स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर के कृषि विज्ञान केन्द्र शिवपुरी ने रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय झांसी में आयोजित तीन दिवसीय उत्तर क्षेत्रीय किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी में सहभागिता की है।
कृषक रामगोपाल गुप्ता प्रगतिशील कृषक एवं कृषि प्रसंस्करण तथा उद्योग की ओर बढ़ रहे कृषको को प्रेरक कार्य के लिए एवं जिले में नवाचार गतिविधियों को बढ़ावा देने के साथ कृषि विज्ञान केंद्र की उन्नत कृषि तकनीकियों को क्षेत्र में प्रसारित भी कर रहे हैं।
शिवपुरी में हल्की और लाल मुरमदार मिट्टी वाले एरिया में कृषि फसलों के साथ साथ उद्यानिकी से भी जुड़ने जिसमे प्रमुख्त: आंवला के पौधों के साथ कृषिवानिकी के रुप में अनुकूल फसलों का उत्पादन कर रहे हैं। इसी तरह मूंगफली दाने को सोर्टेक्स प्लांट से उद्यमिता की ओर जोड़ते हुए रोजगारपरक गतिविधियां भी बढ़ाई हैं। आंवला प्रसंकरण को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। कृषक रामगोपाल गुप्ता को शिवपुरी जिले में कृषि विज्ञान केंद्र, आत्मा, दैनिक भास्कर कृषक सम्मान एवं अन्य कई संस्थाओं द्वारा भी पुरस्कृत किया जा चुका है।
इस अवसर पर राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर के कुलपति प्रो अरविन्द कुमार शुक्ला भी विशिष्ठ अतिथि के रुप में उपस्थित रहे। कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ पुनीत कुमार के निर्देशन मे वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ.एम.के.भार्गव द्वारा जिले की ओर से सहभागिता करते हुए जिला शिवपुरी के कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा प्रसारित गतिविधियों पोस्टर्स के साथ जीवंत प्रादर्श जिसमे मूंगफली, टमाटर एवं उनके उत्पाद, स्ट्रॉबेरी पौधे एवं फल, श्री अन्न (मिलेट्स) फसलों के बीज, फूलो की खेती प्रोत्साहन, प्राकृतिक खेती गतिविधियां, मशरूम उत्पादन एवं विभिन्न तकनीकी साहित्य इत्यादि के साथ सहभागिता की गई है।
हिंदुस्थान समाचार/ रंजीत गुप्ता