श्योपुर: नियमों की अनदेखी कर रहे मैरिज गार्डन संचालक
श्योपुर, 05 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के श्योपुर शहर में मैरिज गार्डन नियमों के मुताबिक संचालित नहीं हो रहे है। ज्यादातर मैरिज गार्डन में न पार्किंग की व्यवस्था है और न ही पानी का अपव्यय रोकने के लिए वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम। यही नहीं शहर व आसपास संचालित हो रहे मैरिज गार्ड में सुरक्षा की दृष्टि से आवागमन के लिए तय मानकों के अनुसार मुख्य द्वार भी नहीं है। उधर यही हाल होटलों के भी बने हुए है, जहां पार्किंग व्यवस्था नहीं होने के कारण होटल में ठहरने वाले लोग सड़क पर ही वाहन खड़े कर रहे हैं। ऐसे में नगर में जाम की स्थिति निर्मित होती रहती है।
नगर के शिवपुरी रोड, पाली रोड, बड़ौदा रोड सहित अन्य स्थानों पर डेढ दर्जन से अधिक मैरिज गार्डन संचालित हो रहे हैं, लेकिन इनमें से एक भी मैरिज गार्डन शासन की गाइड लाइन का पालन करता दिखाई नहीं दे रहा है। ज्यादातर की स्थिति यह है कि, पार्किंग के लिए उनके पास न तो बाहर जगह है और न ही अंदर। यही वजह है कि, शादी के दिनों में चार पहिया वाहन व दोपहिया वाहन सड़क किनारे ही खड़े कर दिए जाते है, जिससे यातायात बाधित होता है।
मैरिज गार्डन के लिए ये हैं नियम
मैरिज गार्डन में आने जाने के लिए दो गेट होने चाहिए, कचरा संग्रहण व पानी के निकास की उचित व्यवस्था, वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, कम्प्यूटराइज्ड ले-आउट, महिला-पुरुषों के पृथक सुविधा घर, कुल क्षेत्रफल के 25 फीसदी क्षेत्र में पार्किंग व्यवस्था, नगरीय सीमा में नगर पालिका व ग्रामीण क्षेत्र में पंचायत से अनुमति लेना, स्थानीय लोगों का अनापत्ति प्रमाण पत्र लेना, गार्डन की मंजूरी से पहले दावे-आपत्ति आमंत्रित करना सहित अन्य नियम शामिल है।
मैरिज गार्डन में नहीं है अलग-अलग गेट
शहरी सीमा से सटे क्षेत्र में संचालित हो रहे ज्यादातर मैरिज गार्डन में भलें ही वह हाल ही में विकसित किए गए है, लेकिन सुरक्षा मानकों का यहां भी कोई ख्याल नहीं रखा गया है। शासन के नियमों का पालन नहीं करने के बावजूद भी शहर में ऐसे कई मैरिज गार्डन संचालित हो रहे है, जहां दो मुख्य गेट तो दूर की बात एक गेट भी नियमों के तहत नहीं बनाया गया है।
वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम भी नहीं
शहर के आसपास संचालित हो रहे मैरिज गार्डन व होटलों की बात करें तो इनमें पानी का अपव्यय भी जमकर होता है। स्थिति यह है किं, न तो पुरानी धर्मशालाओं में पानी संचय के लिए कोई व्यवस्था की गई है और न ही नवीन मैरिज गार्डनों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाए गए है। यही हाल शहर में संचालित होटलों का भी बना हुआ है। यहां भी दिनभर बड़ी मात्रा में पानी का अपव्यय हो रहा है, लेकिन प्रशारान इस दिशा में कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
पार्किंग के अभाव में सड़कों पर लगा रहता है जाम
नगर में संचालित डेढ दर्जन से अधिक मैरिज गार्डनों के पास पार्किंग की कोई सुविधा नहीं है। ऐसे में शादी-समारोह के सीजन में शिवपुरी रोड, पाली रोड और बड़ौदा रोड पर संचालित मैरिज गार्डनों के सामने जाम की स्थिति निर्मित होती रहती है। सबसे अधिक जाम की स्थिति नगर के बंजाराडेम स्थित सडक पर लगती है, जहां लाइन से मैरिज गार्डनों के सामने वाहन खड़े होने से कई बार लंबा जाम लग जाता है।
हिन्दुस्थान समाचार/मोहनदत्त शर्मा
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हिन्दुस्थान समाचार / राजू विश्वकर्मा