अनूपपुर: शहडोल लोकसभा: चुनाव प्रचार में नीरसता का माहौल पोस्टर बैनर प्रचार से हैं गायब

 


अनूपपुर, 13 अप्रैल (हि.स.)। शहडोल लोकसभा का चुनाव प्रथम चरण 19 अप्रैल को मतदान होना हैं इसके लिए 6 दिन शेष कांग्रेस और भाजपा का प्रचार जोरो पर हैं। किन्तुर पोस्टर बैनर चुनाव प्रचार से गायब हैं। इस बार चुनाव प्रचार में पोस्टर बैनर नजर नहीं आ रहे है। जिले की दो विधानसभा क्षेत्र में पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा का दबदबा है, एक पर कांग्रेस काबिज हैं। इस बार चुनाव प्रचार में नीरसता का माहौल जरूर देखा जा रहा है।

भाजपा संगठन गांव-गांव में छोटी-छोटी बैठकें कराने पर भी जोर दे रही है। जिला मुख्यालय सहित जनपद मुख्यालय में भी प्रत्याशियों के पोस्टर, बैनर गायब हैं। वाहनों से भी चुनाव प्रचार नजर नहीं आ रहा है। भाजपा, कांग्रेस के साथ अन्य पार्टियों सहित निर्दलीय उम्मीदवारों के भी कुछ ऐसे ही हाल नजर आ रहे हैं। वहीं जिले की कांग्रेस काबिज विधानसभा पुष्पराजगढ़ जिसे भारतीय जनता पार्टी भेद नहीं पा रहीं हैं। कांग्रेस का अभेद किला बना हुआ है। वर्ष 2013 से वर्ष 2023 तक की विधानसभा चुनाव वर्ष 2014, वर्ष 2016 के उपचुनाव एवं 2019 लोकसभा में जीत नहीं सकी।

अनूपपुर जिले की पुष्पराजगढ़ विधानसभा जो कांग्रेस का अभेद किला हैं इस किले को फतह करने के लिए भाजपा अपना पूरा दम लगा रहीं हैं 13 अप्रैल को प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पुष्पराजगढ़ विधानसभा के ग्राम करपा में आमसभा कर भाजपा उम्मीदवार के लिए मतदान की अपील करेंगे। वर्ष 2013 के बाद से यह भाजपा के पैर सुदामा सिंह को मिली शिकस्तभ के बाद से भाजपा लगातार इस सीट पर कांग्रेस से पराजय मिल रहीं हैं, हालांकि 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कुछ हद तक गहरी खाई को पाटने में कामयाबी मिली किन्तुे सफलता हासिल नहीं हो सकी। 2023 में कांग्रेस के फुंदेलाल लाल सिंह मार्को को 68020, भाजपा के हीरा सिंह श्याम को 63534 वोट मिले थे। दोनो के बीच महज 4486 मतों का रहा। मोदी लहर के बाद भी पुष्पराजगढ़ भाजपा कांग्रेस से आगे नहीं हो सकी।

वर्ष 2013 की विधानसभा में कांग्रेस उम्मीदवार फुंदेलाल लाल सिंह मार्को को 69192 वोट मिले थे, भाजपा उम्मीदवार सुदामा सिंह 33545 वोट मिले थे। 2014 की लोकसभा में मोदी लहर में भी पुष्पराजगढ़ विधानसभा से भाजपा के दलपत सिंह परस्ते को 43704 मत प्राप्तं हुए। तो वहीं कांग्रेस की राजेश नंदिनी को 51693 वोट मिले थे। इस बीच राजेशनंदिनी के निधन के बाद 2016 के उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार रहीं राजेश नंदिनी की बेटी हिमाद्री सिंह को पुष्पराजगढ़ विधानसभा से 53686, भाजपा के ज्ञान सिंह को 45038 वोट से संतोष करना पड़ा था।

वर्ष 2018 की विधानसभा में पुष्पराजगढ़ से कांग्रेस उम्मीदवार फुंदेलाललाल सिंह मार्को को 62325 वोट, भाजपा उम्मीदवार नरेंद्र मरावी को 40951 वोट ही मिले थे। वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव में हिमांद्री सिंह ने कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुई। इस दौरान भी हिमांद्री सिंह को कांग्रेस से कम मत मिले। जिसमे कांग्रेस उम्मीदवार प्रमिला सिंह को 62077 मत, भाजपा से उम्मीदवार हिमांद्री सिंह 60377 वोट मिले थे। इसी तरह से वर्ष 2023 के विधानसभा में कांग्रेस उम्मीदवार फुंदेलाल लाल सिंह मार्को को 68020, हीरा सिंह श्याम को 63534 वोट मिले थे। इस तरह से 2013 से 2023 के बीच हुए लोकसभा व विधानसभा चुनाव में भाजपा आज तक पुष्पराजगढ़ विधानसभा को जीत नहीं पाई है।

हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला