भोपालः ब्रह्माकुमारीज गॉडलीवुड स्टूडियो द्वारा निर्मित थ्री डी एनिमेशन आध्यात्मिक फिल्म 'द लाइट' की हुई स्क्रीनिंग
भोपाल, 28 अप्रैल (हि.स.)। ब्रह्माकुमारीज के संस्थापक पिताश्री ब्रह्मा बाबा एवं ब्रह्माकुमारीज संस्था के इतिहास पर आधारित गॉडलीवुड स्टूडियो द्वारा निर्मित बहुचर्चित आध्यात्मिक एनीमेटेड फिल्म 'द लाइट' की भोपाल शहर औरा माल पी वी आर, त्रिलँगा, भोपाल में रविवार को प्रथम स्क्रीनिंग हुई। फिल्म आध्यात्मिक शक्ति, नारी उत्थान एवं समाज कल्याण की विशेष अवधारणा पर आधारित है। फिल्म ब्रह्माकुमारीज के गाडलीवुड स्टूडियो द्वारा निर्मित है।
फिल्म ब्रह्माकुमारीज़ संस्था के साकार संस्थापक पिताश्री ब्रह्मा बाबा की परमात्मा के प्रति अटूट प्रेम और विश्वास तथा उनके तन से परमात्मा के दिशानिर्देश द्वारा माताओं बहनों के द्वारा विश्व कल्याण के कार्य के लिए जुल्मों एवं सितमों को सहन की क्रंदित करने वाली ऐतिहासिक घटना का सिनेमेटिक तरीके से प्रदर्शन किया गया है।
फिल्म के भोपाल शहर में स्क्रीनिंग समारोह मेें भोपाल महापौर मालती राय मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं। इसके अतिरिक्त मध्य प्रदेश विधानसभा के प्रमुख सचिव अवधेश प्रताप सिंह, भारतीय जनसंचार संस्थान के पूर्व महानिदेशक संजय द्विवेदी, ब्रह्माकुमारीज भोपाल ज़ोन की निदेशिका अवधेश बहन, पार्षद रामबाबू पाटीदार, ब्रह्माकुमारीज ब्लेसिंग हाउस प्रभारी बीके डॉ. रीना दीदी, ब्रह्माकुमारीज सुख शांति भवन की निदेशिका बीके नीता दीदी, ब्रह्माकुमारीज कोलार सेवाकेन्द्र प्रभारी बीके किरण दीदी, बैरागढ़ सेवा केन्द्र प्रभारी बी के प्रीति दीदी एवं भोपाल की अन्य वरिष्ठ ब्रह्माकुमारी दीदियाँ उपस्थित थीं। कार्यक्रम का उद्घाटन औरा माल पीवी आर में दीप प्रज्ज्वलन करके किया गया, जिसमें सैकड़ों भाई बहनें उपस्थित थे।
महिलाओं के जीवन, सम्मान, सुरक्षा एवं शिक्षा जो वर्षो से जो चर्चा के विषय रहे हैं, इस विषय पर ब्रह्मा कुमारीज़ के साकार संस्थापक प्रजा पिता ब्रह्मा बाबा (लेखराज कृपलानी) द्वारा उनको ससक्त बनाने और विश्वकल्याण के कार्य में अमूल्य योगदान देने के लिए परमात्मा के प्रेरित करना अति सराहनीय कार्य है। इस फिल्म की कहानी संस्था के आदि लेखक जगदीश चन्द्र की लेखनी से लिखी किताब एक अदभुत जीवन कहानी से ली गई है। ब्रह्माकुमारीज़ एक आध्यात्मिक संगठन है जो 137 देशों में सफलतापूर्वक आध्यात्मिकता का संदेश को प्रसारित कर आम जन के जीवन को सुख शांतिमय बनाने का कार्य कर रहा है।
फिल्म के क्रिएटिव प्रोड्यूसर सुजीत सरकार ने फिल्म के प्रीमियर समारोह में अपना सन्देश देते हुए कहा कि मैंने माउंट आबू में ब्रह्माकुमारीज़ मुख्यालय का दौरा किया है, उसमें यह सब देखकर आश्चर्य चकित रह गया कि संसथान के सर्वोच्च प्रशासनिक पदों में महिलाएं ही आसीन हैं और उन्होंने हमेशा पुरुषों के साथ साझेदारी में निर्णय लिए हैंl उनका यह सम्मान, समानता एवं विनम्रता आधारित नेतृत्व समूचे विश्व के लिए आदर्श मॉडल है। सुजीत सरकार ने इस फिल्म के प्रीमियर समारोह में कहा कि उन्होंने बहुत सारी फिल्में बनाईं लेकिन इस फिल्म ने मुझे भावविभोर कर दिया कि कैसे यह संगठन वास्तव में महिला सशक्तिकरण के लिए कई काम करता है, जबकि दुनिया में, हम सभी केवल बात कर रहे हैं। ये एनीमेशन मूवी वाकई देखने लायक हैl
महापौर मालती राय ने कहा कि द लाइट फिल्म समाज कल्याण एवं नारी उत्थान के अच्छे उद्देश्य को लेकर बनाई गई फिल्म है। इस प्रकार की फिल्में जनता को देखनी चाहिए, ताकि आध्यात्मिक संदेश मिल सके।
ब्रह्माकुमारीज भोपाल ज़ोन की निदेशिका बीके अवधेश दीदी ने फिल्म के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज हम सबके लिए अति सौभाग्य का दिन है, जबकि फिल्म के माध्यम से दिखाया गया कि ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की स्थापना कितनी पावरफुल रही उसको हम सबने शुरू से देखा। भगवान ने अपना दिव्य आलोकिक कार्य करने के लिए पिताश्री ब्रह्मा बाबा को चुना और उनके द्वारा इतना बड़ा कार्य कराया जो सारे विश्व के अंदर आज आध्यात्मिकता का जबरदस्त प्रचार प्रसार कर रहा है। यह इतने बड़े निश्चय की बात, इतने बड़े त्याग की बात इतनी बड़ी तपस्या की बात है। आज हमारे अंदर परिस्थितियों को सहन करने की ताकत होनी चाहिए। जैसा कि इस फिल्म में दिखाया गया है।
डॉ रीना दीदी ने कहा कि दादा लेखराज के जीवन को द लाइट” फिल्म के जरिये देखने से यह पता चलता है कि आध्यात्मिकता का मार्ग प्रारंभ में कठिन लग सकता है परंतु उसके उद्देश्यों के सामने कठिनाइयां भी आसानी से पार हो जाती हैं। यह फिल्म दर्शकों को राजयोगी बनने के लिए प्रेरित करेगी। मैं इस फिल्म को देख कर बहुत इमोशनल हो गई कि किस तरह बाबा और दादियों ने कितना कुछ सहन किया था। वो दृश्य सामने देख उनकी हिम्मत, त्याग तथा उनकी तपस्या को याद आ गई।
भारतीय जनसंचार संस्थान के पूर्व महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने कहा कि बहुत ही सुंदर फिल्म बनी है। सुजीत सरकार एक जाने माने फिल्म डायरेक्टर हैं, पर जिस भावना के साथ यह फिल्म बनाई है उसको देखकर व्यक्ति रूमानचित हो जाता है। आज जब हम संस्था की यात्रा को देखते हैं, उसके उत्कर्ष को देखते हैं तो हम ये मान सकते हैं कि यह वास्तविक दैवीय कार्य है ईश्वरीय कार्य है। साधारण व्यक्ति इसे नहीं कर सकता। जरूर इसके पीछे ईश्वर का गहरा आशीर्वाद है।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश