आचार्य श्री को साक्षात भगवान के रुप में देखाः मंत्री राजपूत
सागर, 25 फरवरी (हि.स.)। संत शिरोमणि जैनाचार्य विद्यासागर महाराज के समतापूर्वक समाधि पर रविवार को भाग्योदय तीर्थ में विराजमान मुनि संघ और आर्यिका संघ के ससंघ सानिध्य में कृतज्ञांजलि सभा का आयोजन किया गया। भाग्योदय तीर्थ में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि आचार्य श्री को साक्षात भगवान के रुप में देखा है।
उन्होंने कहा कि सागर से राहतगढ़ विहार के दौरान सीहोरा तक आचार्य संघ के सानिध्य में मुझे भी विहार कराने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उस समय आचार्य संघ एक सामुदायिक भवन में रात्रि विश्राम हेतु ठहरे थे। उन्होने कहा कि आचार्य श्री ने हिंदी को महत्व दिया। सरकार द्वारा भी मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी में कराने का निर्णय लिया था जो कि सच्ची श्रद्धांजलि है।
आचार्य श्री के अवतरण दिवस शरद पूर्णिमा पर मप्र में अवकाश को लेकर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से चर्चा कर कराने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि समाज को दूसरे के हित के लिए अपने सुख का त्याग करने का संदेश देने वाले आचार्य श्री का पूरा जीवन समाज की भलाई और कल्याण के लिए समर्पित रहा है।
विधायक शैलेंद्र जैन ने कहा कि कुछ समय पूर्व ही मुझे आचार्य श्री से संवाद करने का सौभाग्य मिला जो कि मेरे जीवन की अमूल्य धरोहर है। 38 मिनिट के संवाद में 30 मिनट तक आचार्य श्री ने पशुधन और अन्य विषयों पर बात रखी। आचार्य श्री द्वारा शुरु कराए गए सभी प्रकल्प चलते रहना चाहिए। पाठ्य पुस्तकों में आचार्य श्री की जीवनी को शामिल कराने के लिए मुख्यमंत्री से चर्चा करेंगे।
सभा में बीना विधायक निर्मला सप्रे, पूर्व विधायक सुधा जैन, डॉ जीएस चौबे, डॉ विष्णु आर्य, गौरी सिंह यादव, चंपक भाई, अधिवक्ता संघ अध्यक्ष जितेंद्र सिंह, जेठा भाई पटेल, डा. अनिल तिवारी, आलोक अग्रवाल, कमलेश साहू गढ़ाकोटा, पप्पू फुसकेले, जगन्नाथ गुरैया, श्याम तिवारी, रीतेश मिश्रा, डीएसपी लवली जैन, राजकुमार पड़ेले, संजय शास्त्री, धणनेंद्र जैन, पप्पू तिवारी, शफीक खान सहित बड़ी संख्या में सागर नगर के अलावा आसपास के क्षेत्रों से सर्व समाज के गणमान्य नागरिक शामिल हुए।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश